इस शोध का नाम ‘कॉसमॉस’ रखा गया है यह पहले के शोध से अलग होगा । अबतक शोध के दौरान लोगों से जो आंकडे इकट्ठे किये जाते थे वे पर्याप्त नहीं मिल पाते थे । इस शोध में जिनलोगों को शामिल किया जायेगा उनसे मोबाइल के उपयोग के समय की जानकारी ली जाएगी , न कि कितने कॉल कर रहे हैं उसकी ।
मस्तिष्क का कैंसर, स्ट्रोक, हृदय रोग अल्ज़ाइमर्स और पार्किंसन्स जैसी कई बीमारियों को ध्यान में रखकर वैज्ञानिक काम करेंगे ।
इस शोध में इंग्लैण्ड के अलावा पाँच यूरोपीय देश के करीब ढाई लाख उपभोक्ताओं कि मदद ली जाएगी . लगातार मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी को देखते हुए यह एक अच्छी पहल है ।