रक्षा मंत्री ने सीमा पार से चरमपंथी घुसपैठ ओर हमले की आशंका व्यक्त की !!

भारत के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आशंका जाहिर की है कि सीमा पार से चरमपंथी घुसपैठ और हमले बढ़ सकते हैं ।

उनका कहना था कि भारत को घुसपैठ और चरमपंथी ख़तरों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए ।

एंटनी ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एक समारोह में हिस्सा लेने के बाद रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जम्मू कश्मीर में विरोधी ताकतें शांति बहाल होते देखना बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं।

पिछले दो महीने में कश्मीर में घुसपैठ के प्रयासों में भी तेजी आई है । जम्मू कश्मीर में 2008 में घुसपैठ की 56 घटनाएं हुईं थीं जो पिछले साल बढ़कर 110 तक पहुंच गईं । भारतीय रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को घुसपैठ के प्रयास और चरमपंथी हमले रोकने के लिए चौकस रहना होगा और सैन्य बलों को निरंतर निगरानी रखनी होगी ।

दिल्ली हाई कोर्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने अपील दायर की !!

माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ अपील दायर कर दी है जिसमें उसने कहा था कि प्रधान न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई अधिनियम के दायरे में आता है।

उच्च पदस्थ सूत्रों ने शनिवार को बताया कि हाई कोर्ट के 12 जनवरी के फैसले के खिलाफ अपील दायर की गई है। यह अपील तब दायर की गई जब सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों में फैसले को चुनौती देने को लेकर सर्वसम्मति बनी। सूत्रों ने बताया कि प्रधान न्यायाधीश के जी बालकृष्णन ने शीर्ष अदालत के अन्य न्यायाधीशों के साथ भी सलाह-मशविरा किया और जो आधार उसने बनाए हैं, वे हाई कोर्ट में लिए गए आधारों के समान ही हैं। उसमें उसने कहा था कि सीजेआई के पास जो सूचना है, उसका खुलासा करने से न्यायपालिका की स्वतंत्रता प्रभावित होगी।

अटार्नी जनरल उच्चतम न्यायालय रजिस्ट्री की तरफ से दलील देंगे। इस मामले के जल्द ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किए जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि शीर्ष अदालत उच्च न्यायालय के निर्देश पर रोक लगाने की मांग करेगी और वह इसे वृहत पीठ या संविधान पीठ को सौंपने की दलील देगी।

सूत्रों ने कहा कि अपील काफी विचार-विमर्श के बाद दायर की गई क्योंकि शुरुआत में शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों में इस बात पर मतभेद था कि अपील की जाए अथवा नहीं। एक ऐतिहासिक फैसले में दिल्ली हाई कोर्ट ने गत 12 जनवरी को कहा था कि प्रधान न्यायाधीश का कार्यालय आरटीआई अधिनियम के दायरे में आता है। उसने सुप्रीम कोर्ट की अपील को खारिज करते हुए कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता न्यायाधीश का निजी विशेषाधिकार नहीं है, बल्कि उसे एक जिम्मेदारी दी गई है।

हाई कोर्ट के फैसले को प्रधान न्यायाधीश के जी बालकृष्णन के लिए करारा झटका माना जा रहा है जो लगातार कहते रहे हैं कि उनका कार्यालय आरटीआई अधिनियम के दायरे में नहीं आता है।

बिहार की तरक्की के रूप अनेक.

बिहार तरक्की कर रहा है इस पर वाद विवाद का दौर है, और ये विवाद सिर्फ इस लिए है क्यूंकि इस तरक्की के लिए श्रेय किसे मिले ?

एक तरफ सरकार बिना हाथ पैर डुलाए दलालों, नेताओं और मीडिया और बाहुबलियों की तरक्की कर विकास का दावा करती है. राष्ट्रीय राज मार्ग का बनना बिहार सरकार के हिस्से नहीं आता और अभी अभी बरैनी थर्मल पवार के लिए केन्द्रीय विकास अनुदान भी नितीश के हिस्से में नहीं आना है तो क्या नितीश का मुखोटा बिहार विकाश है.

डोमा मंडल मधुबनी का रहने वाला है, पहले ये दिल्ली में नौकरी करता था. बिन माँ बाप का डोमा शादी के बाद मधुबनी में रह कर ही जीविकोपार्जन में लगा. पहले किराए का रिक्शा चला कर अपनी और अपने परिवार की जीविका चलाने वाला डोमा आज अपने रिक्शे को खुद चलता है, हाथ में मोबाईल मूंह में पान रिक्शे पर आइना और शान से अपना काम करता डोमा ने नि:संदेह तरक्की की है मगर इसके लिए हम किसे श्रेय देंगे.

सरकार को, उसके योजनाओं को, सरकारी योजना को अमली जामा पहनाने वाले निकम्मे अफसरशाह को या डोमा की मेहनत और लगन को. बताता चलूँ कि डोमा के बाप के देहान्त के बाद डोमा की माँ ने इंदिरा आवास के लिए आवेदन दिया, आवास तो नहीं मिली हाँ डोमा कि माँ अपने अनाथ बच्चे को छोर कर दुनिया से जरूर चली गयी. आवास नहीं मिला क्यूंकि वार्ड काउंसेलर से लेकर सरकारी विभाग तक को रिश्वत ना दे पायी.

आज डोमा के पास अपना घर है, अपना रिक्शा है अपना परिवार है और इन सबके साथ खुशहाल जिन्दगी.

आप बताइए किसे श्रेय दें.

दोहे और उक्तियाँ !!



जो कहिए सो कीजिए,  पहले कह निरधार।


पानी पीकर पूछना,  काहि न भलो विचार।।


(गोस्वामी तुलसीदास)

कसाव फिर मुंबई हमले की साजिश में शामिल होने से मुकरा !!

मुंबई हमले में अपनी भूमिका को स्वीकार करके चौंकाने के छह महीने बाद पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने शुक्रवार को कहा कि उसने पुलिस के दबाव में आकर गत जुलाई में गुनाह कबूला था।
यह पहला मौका नहीं है जब कसाब अपने बयान से पलटा है। इससे पहले उसने 26 नवंबर के हमले की साजिश में शामिल होने तथा अपनी भूमिका के बारे में मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए इकबालिया बयान को खारिज कर दिया था। तीन दिन पहले उसने दावा किया था कि ताज होटल पर हमला करने वाले चार आतंकवादी भारतीय थे।
गत वर्ष 20 जुलाई को कसाब ने मुंबई हमले के संबंध में जो अपना गुनाह कबूला था उससे वह पलट गया। इसमें उसने पाकिस्तान में लश्कर के शिविर में हिस्सा लेने, कराची से समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचने और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और कामा अस्पताल में गोलीबारी करने और गिरगांव चौपाटी पर पुलिसकर्मियों के साथ मुठभेड़ होने की बात कबूल की थी।
अभियोजन पक्ष द्वारा कसाब के खिलाफ जुटाए गए साक्ष्य की पुष्टि के लिए जब न्यायाधीश एमएल टहलियानी ने उससे सवाल पूछा तो कसाब ने कहा कि हां, मैंने अदालत में यह सबकुछ कहा था लेकिन यह सब पुलिस के दबाव में कहा था। जैसे ही न्यायाधीश ने कसाब द्वारा गुनाह कबूलने के बारे में उससे सवाल पूछना शुरू किया कि उसने शिकायत की कि उसके वकील केपी पवार उसकी मदद नहीं कर रहे हैं।
हालांकि, इस पर न्यायाधीश ने कसाब को यह कहते हुए फटकार लगाई कि उन्होंने गुरुवार को उससे अपने वकील से बात करने को कहा था लेकिन तब उसने इंकार कर दिया था और अब वह इसे मुद्दा बना रहा है।
कसाब द्वारा अपने वकील की शिकायत करने पर न्यायाधीश ने कहा कि आपको पवार से बातचीत करने का एक मौका दिया गया था। मैंने आपको यह भी स्पष्ट कर दिया था कि वह आपके वकील हैं और आपको उनसे बातचीत करनी चाहिए लेकिन आपने कहा कि आप उनसे बातचीत नहीं करना चाहते हैं। यह आपकी पसंद थी। अब आप इसे मुद्दा बना रहे हैं।
कसाब ने अपने गुनाह के कबूलनामे के उस हिस्से का भी खंडन किया जिसमें उसने इस बात का उल्लेख किया था कि उसने लश्कर के आतंकवादी फदुल्लाह और मुफ्ती सैयद से पाकिस्तान के मुरीदके में हथगोला चलाने, एके-47 राइफल और अन्य अत्याधुनिक हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण हासिल किया था।
कसाब ने कहा कि अपने अपराध के कबूलनामे के तहत अदालत में नौ आतंकवादियों के नाम का खुलासा पुलिस दबाव में किया था। उसने मराठी में न्यायाधीश टहलियानी से कहा कि सर्व खोटे आहे (सबकुछ झूठा है।)
पाकिस्तानी आतंकवादी ने इस बात से इंकार किया कि वह अल हुसैनी नौका में सवार होकर अन्य आतंकवादियों के साथ कराची से मुंबई पहुंचा था। उसने अभियोजन पक्ष के उन आरोपों का भी खंडन किया कि मुंबई के रास्ते में उन्होंने कुबेर जहाज का अपहरण कर लिया था और नाविक को मार डाला था। कसाब ने दावा किया कि उसने और उसके साथी अबु इस्माइल ने 26 नवंबर, 2008 को सीएसटी पर गोली नहीं चलाई थी और अपराध के कबूलनामे में जो कुछ भी उसने कहा था वह झूठा और दबाव में दिया गया था।

भारतीयों की सुरक्षा का ऑस्ट्रेलिया सरकार से आश्वासन मिला !!

अपने नागरिकों पर हमले जारी रहने पर निराशा व्यक्त करते हुए भारत ने शुक्रवार को कहा कि हमलों पर रोक के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से और कदम उठाए जाने की स्पष्ट आवश्यकता है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम और ब्यौरा प्राप्त कर रहे हैं। हमें ऑस्ट्रेलिया सरकार से आश्वासन मिला है कि वे ऐसी घटना को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और वे कदम उठा रहे हैं लेकिन इस संबंध में और उपाय किए जाने की स्पष्ट आवश्यकता है। वह ब्रिसबेन में कल रात दो भारतीय नागरिकों पर हमले की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

विष्णु प्रकाश ने कहा कि आस्ट्रेलिया में उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास ऑस्ट्रेलिया सरकार, राज्य सरकारों और पुलिस प्राधिकारों के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है और वहां हमले जारी रहने पर हम निराश हैं।

भारत सरकार ने विमानतल की सुरक्षा बधाई , लश्करे तैबा जैसे संगठनों द्वारा विमान अपहरण की आशंका !!

भारत सरकार ने विमानतल पर और ख़ासकर पड़ोसी देशों में उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की उडा़नों में शुक्रवार से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है ।
अधिकारियों के अनुसार पश्चिमी एजेंसियों से मिली इन ख़ुफ़िया सूचनाओं के बाद ये सुरक्षा बढ़ाई गई है कि पाकिस्तान का चरमपंथी संगठन लश्करे तैबा और दूसरे चरमपंथी संगठन आसपास के देशों के लिए उड़ान भरने वाले विमान के अपहरण की योजना बना रहे हैं ।

आंतरिक सुरक्षा मामलों के सचिव यूके बंसल ने कहा है कि नागरिक विमानन मंत्रालय और नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने सभी विमानतलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। समाचार के अनुसार उन्होंने कहा, "हमें जो ख़ुफ़िया सूचनाएँ मिली हैं उसके अनुसार हमने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। हमें संदेह है कि हमारे विमानों, ख़ासकर जो विदेशों के लिए उड़ान भरते हैं, के अपहरण की कोशिश हो सकती है । "

यूके बंसल ने कहा, "हमने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और अपहरण को रोकने के सभी उपायों पर अमल कर रहे हैं । "उनका कहना है कि भारत के अलावा विदेशों में सभी दूतावासों को निर्देश भेज दिए गए हैं कि वे एयरलाइनों के सभी कर्मचारियों को सतर्क कर दें ।

ख़ुफ़िया सूचनाओं के अनुसार अल-क़ायदा, लश्करे तैबा और जमात-उल-दावा से जुड़े चरमपंथी एयर इंडिया के ऐसे विमान के अपहरण की योजना बना रहे हैं, जो दक्षिण एशिया के देश, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, भूटान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के लिए उड़ान भरते हैं । सूचनाओं के अनुसार यंगून, ढाका और कोलंबो से विमान अपहरण की कोशिश की जा सकती है ।

लश्कर ए तैयबा द्वारा ग्लाइडरों को खरीदने से गृह मंत्रालय चिंतित !!

लश्कर ए तैयबा द्वारा 50 पैरा ग्लाइडरों की खरीदारी को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने को कहा है। मंत्रालय को मिली सूचना के मुताबिक, जर्मनी समेत अन्य यूरोपीय देश या फिर चीन से खरीदे गए इन पैरा ग्लाइडिंग उपकरणों की सहायता से लश्कर के आतंकी तटीय इलाकों या फिर अन्य संवेदनशील संस्थानों पर हमला कर सकते हैं।

इसके साथ ही, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी एयरपोर्ट को भी सतर्कता की सलाह जारी की है। इसमें कहा गया है कि सार्क देशों को जाने वाली उड़ानों में एयर मार्शल तैनात किए जाएं। मंत्रालय ने इन देशों को जाने और वहां से आने वाली उड़ानों में से किसी एक के हाईजैक होने का अंदेशा जाहिर करते हुए इन देशों के सुरक्षा अधिकारियों से भी संपर्क किया है।

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ‘यह सूचना विश्वसनीय सूत्र से आई है। इसको ध्यान में रखते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों, एयरपोर्ट प्रशासन, राज्य सरकारों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।’ इस अधिकारी के मुताबिक, यह सूचना क्योंकि 26 जनवरी के पहले आई है इसलिए इसकी संवेदनशीलता को नकारा नहीं जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सभी पेट्रोलियम उत्पादन इकाइयों के साथ ही सभी तटीय राज्यों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ‘सार्क देशों को जाने और वहां से आने वाले सभी विमानों को लेकर सतर्क रहने को कहा गया है।

यह कहा गया है कि इन देशों से आने वाले सभी उड़ानों के सभी यात्रियों की जांच हवाई जहाज में चढ़ते हुए सीढ़ियों पर भी की जाए।’ सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने इस तरह की शंका 20 जनवरी को दी थी। इसमें शंका जताई गई थी कि हवाई जहाज के अपहरण के साथ ही लश्कर के आतंकी पैराग्लाइडिंग के सहारे आत्मघाती हमला कर सकते हैं। इसके बाद अगले दिन सभी राज्यों को यह सलाह जारी कर दी गई थी।

अलबत्ता, हवाई जहाज से पैराग्लाइडिंग उपकरण के सहारे हमला कामयाब होने को लेकर मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शंका जाहिर करते हुए कहा कि खासा कठित है। पैराग्लाइडिंग के लिए एक हजार फीट की ऊंचाई चाहिए। इतनी ऊंची कोई बिल्डिंग भारत में शायद ही हो। इसके साथ ही ग्लाइडर खासा बड़ा और रंग-बिरंगा होता है।

अगर यह कहीं उतरता है तो यह न केवल दूर से देखा जा सकता है बल्कि इसकी रफ्तार काफी धीमी होती है, जिससे स्थानीय पुलिस और प्रशासन आक्रामक अभियान चलाकर इसे आसमान में ही उड़ा सकता है। प्रतिबंधित क्षेत्रों में इससे हमला लगभग नामुमकिन है। संभव है कि रात के समय ऐसी कोई कोशिश हो। लेकिन जिस स्तर पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम और अन्य एजेंसियां सतर्क है, उसे देखते हुए यह भी मुश्किल कार्य होगा।

मैडम के घर जाके चोदा

हाय, मेरा नाम सितांषु है। मैं अभी बंगलौर में रहता हूं और ये मेरा पहला संदेश है आप लोगो के पास। इसका मतलब ये नहीं के ये मेरा पहला सेक्स अनुभव है। इससे पहले मैने बहुत सेक्स किया है लड़कियों और आंटिओं से भी। पहले मैं अपना परिचय देता हूं। रंग गोरा, ५.६", २४ साल, ग्रेजुएट । और एक बात जो आप लोगों को शायद बुरा भी लगे कि मैं अपने आपकी तारीफ ज्यादा करता हूं मगर ये सच है कि मैं अपने हाई स्कूल से लेकर स्नातक होने तक हैंडसम नाम से ज्यादा फ़ेमस था भुवनेश्वर में। और जो लड़कियां मेरे साथ सेक्स एन्काउंटर में रात गुजारते थे वो मेरे साथ टाउन में घूमने के लिये भी ख्वाहिश रखते थे। खैर मैं अपने बारे में कुछ ज्यादा ही बोल रहा हूं ये तो आपको मुझसे मिलने के बाद ही पता चलेगा कि मैं कितना अच्ची तरह से स्थिति सम्भाल लेता हूं।
ये स्टोरी ३ साल पुरानी है तब मेरे परिवार के साथ में मेडिकल कालोनी में रहता था और मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। तभी मेरे पड़ोस में एक परिवार का आगमन हुआ। फ़ैमिली में पति, पत्नी और एक ३ साल का बच्चा। वैसे भी कालोनी में और भी कई भाभियां थी पर नयी भाभी के सामने सब फ़ीका पड़ने जैसा लगता क्योंकि वो नये थे तो मैं कभी कभी उनका मार्केटिंग भी कर लेता। मुझे घूमने का मौका मिल जाता और आंटी को देखने का और कभी कभी थोड़ा थोड़ा छूने का भी। इसी बीच एक महीना बीत गया और भाभी हमारे घर के साथ भी घुल मिल गये। उनके पति और पापा में भी गहरी दोस्ती हो गयी। एक दिन एक शादी में हमे और भाभी को भी न्यौता मिला था पर मम्मी को कुछ काम था सो भाभी भी जाने के लिये मना कर दिया। सो पापा और भैया (भाभी के पति)चले गये। पार्टी कालोनी से ३० किलो मीटर के दूरी पर था और आते वक्त जोर की बारिश के वजह से पापा ने रात के करीब ९ बजे ममा को फोन में कहा के मुझे आंटी के घर जा के सोने के लिये।
फ़िर क्या मैं खाना खाकर १० बजे भाभी के घर चला गया। घंटी बजाई और भाभी ने झट से दरवाज़ा खोल दिया। तभी मैं भाभी को देख कर दंग रह गया। अरे बातों बातों में मैं तो भाभी का फ़ीगर आउट भी नहीं कर पाया। गोरी चिट्टा, लम्बे घने बाल, ब्रेस्ट आगे जितना, गांड उतना पीछे, शोर्ट कट बोले तो ३६-३०-३६ ५.३ ", इतने सारे फ़ीगर के साथ साथ काली नाइटी, जैसे लगा कि आसमान की कोई परी नीचे घूमने आयी हो। फ़िर हम दोनो अंदर आ गये भाभी ने कहा तुम बैठो मैं दूध लाती हूं, मैं वहीं सोफ़े पर बैठ गया। थोड़ी देर में भाभी दूध लेकर आ गयी एक गिलास मुझे दिया और एक गिलास खुद लेकर मेरे पास सोफ़े पर बैठ गयी। और एक अंग्रेजी फ़िल्म देखने लगे जिसमे सिर्फ़ २-३ किसिंग सींस ही थे, उन्होने मुझसे पूछा कि क्या संदीप तुमहारी कोई गर्लफ़्रेंड है या नहीं।
मैं घबरा गया कि भाभी क्या पूछ रही हैं क्योंकि इससे पहले कभी ऐसी बात हमारे उनके बीच में नहीं हुई थी। मैने इंकार में सर हिला दिया तो कहने लगी कि तुम तो लड़कियों कि तरह शरमा रहे हो, मैने कहा नहीं भाभी ऐसी कोई बात नही है। तो उन्होने कहा कि एक बात बताओ तुमने आज तक कभी किसी लड़की या औरत को नंगा देखा है तो मैने जान बूझकर कहा नहीं भाभी आज तक नहीं देखा है, वो मेरे बगल में बैथी थी और जब बातें कर रही थी तो मैं बार बार उनके मम्मो की तरफ़ देख रहा था, भाभी ने मुझे देखते हुए देख लिया था, वो बोली अगर देखना है तो मुझसे कहो मैं तुम्हे ऐसे ही दिखा दूंगी। मैं घबरा गया कि भाभी क्या बोल रही है, उसके बाद भाभी ने मेरे चेहरे पर हाथ रखते हुए बोला कभी किसी के साथ कुछ किया है या नहीं।
तभी मेरे अंदर का जानवर जाग गया तो मैने भाभी से कहा कि मैं आपको किस करना चाहता हूं और कहते हुए उनके चेहरे को अपने तरफ़ खींच कर उनके होंठों पर किस करने लगा, उनके होंठों बहुत ही नशीले थे, मैं उनके होंठों को चूसने लगा और भाभी मेरे होंठों को चूसने लगी, दोनो करीब १५ मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे उसके बाद भाभी बोली कि तुम तो कह रहे थे कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है लेकिन तुम्हे देखकर लगता नहीं है कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है। मैं कुछ नहीं बोला और भाभी की ब्रा एक बटन को खोलकर उनके मम्मे को हल्का हल्का दबाने लगा, उनको भी अच्छा लग रहा था इसलिये कुछ नहीं बोली
फिर मैने उनके ब्रा को पूरा खोल दिया तो भाभी कहने लगी तुम तो बहुत तेज हो, पहले तो तुमने किस करने को कहा और अब मेरे मम्मे दबाने लगे, मैने कहा भाभी आप बहुत खूबसूरत हो और मैं आपको चोदना चाहता हूं, कहके भाभी कि एक मम्मो पर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा और दूसरे मम्मे को अपने हाथ से दबाने लगा, भाभी भी मस्ती में आकर ऊऊउह्हहाआआ और जोर से चूसो संदीप बहुत अच्छा लग रहा है चूसते रहो ऊऊऊह्हाआआआ मजा आ रहा है संदीप जोर से चूसो और जोरसे। मैं अपने पूरे स्पीड से भाभी के मम्मे को चूसने लगा, तभी वो सिर्फ़ पैंटी में ही थी, मम्मे चूसते हुए मैने अपने हाथ भाभी के पैंटी के अंदर डाल कर उनके जांघों को सहलाने लगा तब तक भाभी मस्त हो चुकी थी, भाभी की जांघों को सहलाते हुए मैने उनकी चूत को भी हल्के हल्के सहलाने लगा, भाभी मस्ती में आअह्हह्हह्हह ह्हह्हह्हह्ह ऊऊऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आवाज़ निकाल रही थी।
एक तरफ़ उनके निप्पल से दूध निकल रहा था और दूसरी तरफ़ उनके निप्पल को मसल रहा था। १ घंटे तक मैने उनका निप्पल और चूत में उंगली डालता रहा उनकी चूत गीली हो गयी थी, बाद में मैने उसके पेट पेर किस किया और उनके चूत के अंदर अपनि जीभ को डालने लगा और उनकी चूत को मैं ने अच्छी तरह चाटा २५ मिनट तक। और भाभी मुझे किस कर के कहने लगीं के तुमने तो अपना काम कर दिया अब देखो मैं क्या करती हूं। फिर भाभी ने मेरे लंड की टोपी पर ज़ुबान फेरनी शुरू की, फिर धीरे धीरे पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया और लोलयपोप की तरह चूसने लगीं। भाभी बहुत अच्छा लंड चूस रही थीं। मैं तो उस वक्त मज़े और आनन्द की ऊंचाई पर था। भाभी ने पहले आहिस्ता और फिर तेज़ी से लंड चूसना शुरू कर दिया। भाभी ने मेरा लंड अपनी चूत पर रखा मैने एक स्लो पुश के साथ अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया। उनकी चूत पहले ही गीली हो रही थी इसलिये पूरा लंड बड़ी आसानी से उनकी चूत में चला गया। पहले तो मैं भाभी को आहिस्ता आहिस्ता चोदता रहा फिर मैने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और भाभी को शक्ति से चोदने लगा। भाभी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थीं और आआअह्ह ऊओह्हह्ह ऊउफ़्फ़फ़्फ़ ह्हहयययययीए और तेज़ प्लीज़ तेज़ उफ़्फ़फ़्फ़ ऊऊह्हह्ह की आवाज़ें निकाल रही थीं। उनके ब्रेस्ट्स हर झटके के साथ हिल रहे थे। जो एक हसीन और दिलकश नज़ारा था।
मैं चोदने के बाद मैने भाभी को घोड़ी बनाया तो उनकी खूबसूरत और चौड़ी गांड ऊपर को उठ आई और उनके ब्रेस्ट्स किसी आम की तरह लटकने लगे। मैने भाभी की गांड पर हाथ फेरते हुये लंड उनकी चूत में डाल दिया और उनके ब्रेस्ट्स पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से झटके लगाने लगा मैं भाभी को जी जान से चोद रहा था और भाभी भी चुदाई में भरपूर साथ दे रही थी। काफ़ी देर चुदने के बाद भाभी ठंडी पड़ गयीं, मैं भी अपने क्लाइमेक्स पर था। मैने भाभी को कहा कि मैं छूटने वाला हूं तो उन्होने कहा कि कोई बात नहीं तुम मेरे अंदर ही निकालो। मेरे लंड से वीर्य का फ़ौव्वारा निकला और भाभी की चूत वीर्य से भर गयी मैं भी थक कर भाभी के ऊपर लेट गया। थोड़ी देर बाद मैने लंड भाभी की चूत से निकाला जो वीर्य और भाभी के जूस से भरा हुआ था, भाभी ने फिर मेरे लंड को चाटना शुरु कर दिया और इसे बिल्कुल साफ़ कर दिया।
अब भाभी ने कहा संदीप तुम तो बहुत एक्सपर्ट लगते हो, मुझसे पहले कितनो के साथ चुदाई कर चुके हो, मैने कहा भाभी चुदाई तो १४-१५ के साथ किया है लेकिन जैसे मम्मे आपके हैं वैसे मम्मे मैने आजतक नहीं चुसे हैं, आपके मम्मे बहुत टेस्टी हैं। ये कहते हुए मैने अपनी उंगली फ़िर से उनकी चूत में डाल दी और भाभी ने स्ससस्सस्ससाआआआ करती रही, बहुत अच्छा लग रहा है। और फिर मैने झटके से भाभी की तरीफ़ की कि सच में आप बहुत खूबसूरत हो तो भाभी ने मुझसे कहा कि ये क्या भाभी भाभी लगा रखा है, पहले ये बताओ तुम मुझे रात भर चोदोगे या नहीं। ये सुनकर तो मुझे और भी खुशी महसूस हुई। इसका मतलब ये नहीं कि मैं और किसी के साथ रात नहीं गुजारी है। मैने तो पिछले ४ सालों से कितनी अपनी क्लासमेट के साथ रात गुजारी है पर भाभी के जैसा पेशेंस और किसी में मैने नहीं देखा था इसलिये मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही थी।
तब मैने उनसे कहा कि मैने आपको दूसरे एंगल से चोदना चाहता हूं तो बोली कौन से एंगल से चोदोगे अब मुझे, मैने कहा कि आप ज़मीन पर लेट जाइए और अपने पैर को उठा कर बेड पर रख दीजिये और उन्होने ऐसे ही किया मैं उनके पैरों के बीच में गया और उसको फ़ैला कर अपने दोनो कंधों पर रख कर उनकी फ़ुद्दी के छेद पर अपना लंड रखकर धक्के मारने लगा, इस तरीके से उन्हे भी अच्छा लगने लगा और बोली बहुत मजा आ रहा है मेरे राजा, जैसे चोदना हो चोदो मुझे, मैं करीब उस एंगल से १० मिनट तक चोदने के बाद चूत से लंड को निकाल कर वापस गांड में डाल दिया और चोदने लगा। मैने इसी तरह हर ५ मिनट के बाद चूत और गांड की चुदाई करता रहा। लगभग २५ -३० मिनट तक इसी तरह चोदने के बाद मैं बोला, "मैं अब झड़ने वाला हूं। तुम बताओ कि मेरे लंड का पानी कहां लेना चाहती हो, अपनी चूत में या गांड में।" उन्होने कहा, "तुम मेरी गांड में ही पानी निकाल दो, चूत में तो तुम पहले भी निकाल चुके हो।" फ़िर मैने अपना सारा अनमोल रतन उनकी गांड में डाल दिया और मैं बेड पर आकर लेट गया, तभी उनकी नज़र घड़ी पर गयी तो देखा कि ५ बजने वाले हैं तभी उन्होने मेरे होंठों पर जोर से किस किया और कहने लगी जो मजा तुम्हारे साथ आता है वो मुझे उनके साथ नहीं आता है।
फ़िर भाभी के मना करने के बाद भी मैने घोड़ी बना कर फिर से उनकी चुदाई शुरु कर दी। इस बार मैने केवल चूत की ही चुदाई की। इस बार लगभग १/२ घंटे तक चोदा तब कहीं जा कर मेरे लंड से पानी निकला। अब तक सुबह हो चुकी थी। भाभी ने कहा के उनकी चूत और गांड में दर्द बहुत हो रहा है लेकिन इस चुदाई से जो मज़ा मिला उसके आगे ये दर्द कुछ भी नहीं। फ़िर मैं अपने घर आ गया और जब भी मुझे ये मौका मिलता मैं उन्हे छोदता रहा। हर बार मुझे एक अलग सा खुशी मिलती थी क्योंकि आंटी है ही इतनी सेक्सी


मैडम के घर जाके चोदा

हाय, मेरा नाम सितांषु है। मैं अभी बंगलौर में रहता हूं और ये मेरा पहला संदेश है आप लोगो के पास। इसका मतलब ये नहीं के ये मेरा पहला सेक्स अनुभव है। इससे पहले मैने बहुत सेक्स किया है लड़कियों और आंटिओं से भी। पहले मैं अपना परिचय देता हूं। रंग गोरा, ५.६", २४ साल, ग्रेजुएट । और एक बात जो आप लोगों को शायद बुरा भी लगे कि मैं अपने आपकी तारीफ ज्यादा करता हूं मगर ये सच है कि मैं अपने हाई स्कूल से लेकर स्नातक होने तक हैंडसम नाम से ज्यादा फ़ेमस था भुवनेश्वर में। और जो लड़कियां मेरे साथ सेक्स एन्काउंटर में रात गुजारते थे वो मेरे साथ टाउन में घूमने के लिये भी ख्वाहिश रखते थे। खैर मैं अपने बारे में कुछ ज्यादा ही बोल रहा हूं ये तो आपको मुझसे मिलने के बाद ही पता चलेगा कि मैं कितना अच्ची तरह से स्थिति सम्भाल लेता हूं।
ये स्टोरी ३ साल पुरानी है तब मेरे परिवार के साथ में मेडिकल कालोनी में रहता था और मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। तभी मेरे पड़ोस में एक परिवार का आगमन हुआ। फ़ैमिली में पति, पत्नी और एक ३ साल का बच्चा। वैसे भी कालोनी में और भी कई भाभियां थी पर नयी भाभी के सामने सब फ़ीका पड़ने जैसा लगता क्योंकि वो नये थे तो मैं कभी कभी उनका मार्केटिंग भी कर लेता। मुझे घूमने का मौका मिल जाता और आंटी को देखने का और कभी कभी थोड़ा थोड़ा छूने का भी। इसी बीच एक महीना बीत गया और भाभी हमारे घर के साथ भी घुल मिल गये। उनके पति और पापा में भी गहरी दोस्ती हो गयी। एक दिन एक शादी में हमे और भाभी को भी न्यौता मिला था पर मम्मी को कुछ काम था सो भाभी भी जाने के लिये मना कर दिया। सो पापा और भैया (भाभी के पति)चले गये। पार्टी कालोनी से ३० किलो मीटर के दूरी पर था और आते वक्त जोर की बारिश के वजह से पापा ने रात के करीब ९ बजे ममा को फोन में कहा के मुझे आंटी के घर जा के सोने के लिये।
फ़िर क्या मैं खाना खाकर १० बजे भाभी के घर चला गया। घंटी बजाई और भाभी ने झट से दरवाज़ा खोल दिया। तभी मैं भाभी को देख कर दंग रह गया। अरे बातों बातों में मैं तो भाभी का फ़ीगर आउट भी नहीं कर पाया। गोरी चिट्टा, लम्बे घने बाल, ब्रेस्ट आगे जितना, गांड उतना पीछे, शोर्ट कट बोले तो ३६-३०-३६ ५.३ ", इतने सारे फ़ीगर के साथ साथ काली नाइटी, जैसे लगा कि आसमान की कोई परी नीचे घूमने आयी हो। फ़िर हम दोनो अंदर आ गये भाभी ने कहा तुम बैठो मैं दूध लाती हूं, मैं वहीं सोफ़े पर बैठ गया। थोड़ी देर में भाभी दूध लेकर आ गयी एक गिलास मुझे दिया और एक गिलास खुद लेकर मेरे पास सोफ़े पर बैठ गयी। और एक अंग्रेजी फ़िल्म देखने लगे जिसमे सिर्फ़ २-३ किसिंग सींस ही थे, उन्होने मुझसे पूछा कि क्या संदीप तुमहारी कोई गर्लफ़्रेंड है या नहीं।
मैं घबरा गया कि भाभी क्या पूछ रही हैं क्योंकि इससे पहले कभी ऐसी बात हमारे उनके बीच में नहीं हुई थी। मैने इंकार में सर हिला दिया तो कहने लगी कि तुम तो लड़कियों कि तरह शरमा रहे हो, मैने कहा नहीं भाभी ऐसी कोई बात नही है। तो उन्होने कहा कि एक बात बताओ तुमने आज तक कभी किसी लड़की या औरत को नंगा देखा है तो मैने जान बूझकर कहा नहीं भाभी आज तक नहीं देखा है, वो मेरे बगल में बैथी थी और जब बातें कर रही थी तो मैं बार बार उनके मम्मो की तरफ़ देख रहा था, भाभी ने मुझे देखते हुए देख लिया था, वो बोली अगर देखना है तो मुझसे कहो मैं तुम्हे ऐसे ही दिखा दूंगी। मैं घबरा गया कि भाभी क्या बोल रही है, उसके बाद भाभी ने मेरे चेहरे पर हाथ रखते हुए बोला कभी किसी के साथ कुछ किया है या नहीं।
तभी मेरे अंदर का जानवर जाग गया तो मैने भाभी से कहा कि मैं आपको किस करना चाहता हूं और कहते हुए उनके चेहरे को अपने तरफ़ खींच कर उनके होंठों पर किस करने लगा, उनके होंठों बहुत ही नशीले थे, मैं उनके होंठों को चूसने लगा और भाभी मेरे होंठों को चूसने लगी, दोनो करीब १५ मिनट तक ऐसे ही किस करते रहे उसके बाद भाभी बोली कि तुम तो कह रहे थे कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है लेकिन तुम्हे देखकर लगता नहीं है कि तुमने कभी कुछ नहीं किया है। मैं कुछ नहीं बोला और भाभी की ब्रा एक बटन को खोलकर उनके मम्मे को हल्का हल्का दबाने लगा, उनको भी अच्छा लग रहा था इसलिये कुछ नहीं बोली
फिर मैने उनके ब्रा को पूरा खोल दिया तो भाभी कहने लगी तुम तो बहुत तेज हो, पहले तो तुमने किस करने को कहा और अब मेरे मम्मे दबाने लगे, मैने कहा भाभी आप बहुत खूबसूरत हो और मैं आपको चोदना चाहता हूं, कहके भाभी कि एक मम्मो पर अपना मुंह लगाकर चूसने लगा और दूसरे मम्मे को अपने हाथ से दबाने लगा, भाभी भी मस्ती में आकर ऊऊउह्हहाआआ और जोर से चूसो संदीप बहुत अच्छा लग रहा है चूसते रहो ऊऊऊह्हाआआआ मजा आ रहा है संदीप जोर से चूसो और जोरसे। मैं अपने पूरे स्पीड से भाभी के मम्मे को चूसने लगा, तभी वो सिर्फ़ पैंटी में ही थी, मम्मे चूसते हुए मैने अपने हाथ भाभी के पैंटी के अंदर डाल कर उनके जांघों को सहलाने लगा तब तक भाभी मस्त हो चुकी थी, भाभी की जांघों को सहलाते हुए मैने उनकी चूत को भी हल्के हल्के सहलाने लगा, भाभी मस्ती में आअह्हह्हह्हह ह्हह्हह्हह्ह ऊऊऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ आवाज़ निकाल रही थी।
एक तरफ़ उनके निप्पल से दूध निकल रहा था और दूसरी तरफ़ उनके निप्पल को मसल रहा था। १ घंटे तक मैने उनका निप्पल और चूत में उंगली डालता रहा उनकी चूत गीली हो गयी थी, बाद में मैने उसके पेट पेर किस किया और उनके चूत के अंदर अपनि जीभ को डालने लगा और उनकी चूत को मैं ने अच्छी तरह चाटा २५ मिनट तक। और भाभी मुझे किस कर के कहने लगीं के तुमने तो अपना काम कर दिया अब देखो मैं क्या करती हूं। फिर भाभी ने मेरे लंड की टोपी पर ज़ुबान फेरनी शुरू की, फिर धीरे धीरे पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया और लोलयपोप की तरह चूसने लगीं। भाभी बहुत अच्छा लंड चूस रही थीं। मैं तो उस वक्त मज़े और आनन्द की ऊंचाई पर था। भाभी ने पहले आहिस्ता और फिर तेज़ी से लंड चूसना शुरू कर दिया। भाभी ने मेरा लंड अपनी चूत पर रखा मैने एक स्लो पुश के साथ अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया। उनकी चूत पहले ही गीली हो रही थी इसलिये पूरा लंड बड़ी आसानी से उनकी चूत में चला गया। पहले तो मैं भाभी को आहिस्ता आहिस्ता चोदता रहा फिर मैने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और भाभी को शक्ति से चोदने लगा। भाभी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थीं और आआअह्ह ऊओह्हह्ह ऊउफ़्फ़फ़्फ़ ह्हहयययययीए और तेज़ प्लीज़ तेज़ उफ़्फ़फ़्फ़ ऊऊह्हह्ह की आवाज़ें निकाल रही थीं। उनके ब्रेस्ट्स हर झटके के साथ हिल रहे थे। जो एक हसीन और दिलकश नज़ारा था।
मैं चोदने के बाद मैने भाभी को घोड़ी बनाया तो उनकी खूबसूरत और चौड़ी गांड ऊपर को उठ आई और उनके ब्रेस्ट्स किसी आम की तरह लटकने लगे। मैने भाभी की गांड पर हाथ फेरते हुये लंड उनकी चूत में डाल दिया और उनके ब्रेस्ट्स पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से झटके लगाने लगा मैं भाभी को जी जान से चोद रहा था और भाभी भी चुदाई में भरपूर साथ दे रही थी। काफ़ी देर चुदने के बाद भाभी ठंडी पड़ गयीं, मैं भी अपने क्लाइमेक्स पर था। मैने भाभी को कहा कि मैं छूटने वाला हूं तो उन्होने कहा कि कोई बात नहीं तुम मेरे अंदर ही निकालो। मेरे लंड से वीर्य का फ़ौव्वारा निकला और भाभी की चूत वीर्य से भर गयी मैं भी थक कर भाभी के ऊपर लेट गया। थोड़ी देर बाद मैने लंड भाभी की चूत से निकाला जो वीर्य और भाभी के जूस से भरा हुआ था, भाभी ने फिर मेरे लंड को चाटना शुरु कर दिया और इसे बिल्कुल साफ़ कर दिया।
अब भाभी ने कहा संदीप तुम तो बहुत एक्सपर्ट लगते हो, मुझसे पहले कितनो के साथ चुदाई कर चुके हो, मैने कहा भाभी चुदाई तो १४-१५ के साथ किया है लेकिन जैसे मम्मे आपके हैं वैसे मम्मे मैने आजतक नहीं चुसे हैं, आपके मम्मे बहुत टेस्टी हैं। ये कहते हुए मैने अपनी उंगली फ़िर से उनकी चूत में डाल दी और भाभी ने स्ससस्सस्ससाआआआ करती रही, बहुत अच्छा लग रहा है। और फिर मैने झटके से भाभी की तरीफ़ की कि सच में आप बहुत खूबसूरत हो तो भाभी ने मुझसे कहा कि ये क्या भाभी भाभी लगा रखा है, पहले ये बताओ तुम मुझे रात भर चोदोगे या नहीं। ये सुनकर तो मुझे और भी खुशी महसूस हुई। इसका मतलब ये नहीं कि मैं और किसी के साथ रात नहीं गुजारी है। मैने तो पिछले ४ सालों से कितनी अपनी क्लासमेट के साथ रात गुजारी है पर भाभी के जैसा पेशेंस और किसी में मैने नहीं देखा था इसलिये मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही थी।
तब मैने उनसे कहा कि मैने आपको दूसरे एंगल से चोदना चाहता हूं तो बोली कौन से एंगल से चोदोगे अब मुझे, मैने कहा कि आप ज़मीन पर लेट जाइए और अपने पैर को उठा कर बेड पर रख दीजिये और उन्होने ऐसे ही किया मैं उनके पैरों के बीच में गया और उसको फ़ैला कर अपने दोनो कंधों पर रख कर उनकी फ़ुद्दी के छेद पर अपना लंड रखकर धक्के मारने लगा, इस तरीके से उन्हे भी अच्छा लगने लगा और बोली बहुत मजा आ रहा है मेरे राजा, जैसे चोदना हो चोदो मुझे, मैं करीब उस एंगल से १० मिनट तक चोदने के बाद चूत से लंड को निकाल कर वापस गांड में डाल दिया और चोदने लगा। मैने इसी तरह हर ५ मिनट के बाद चूत और गांड की चुदाई करता रहा। लगभग २५ -३० मिनट तक इसी तरह चोदने के बाद मैं बोला, "मैं अब झड़ने वाला हूं। तुम बताओ कि मेरे लंड का पानी कहां लेना चाहती हो, अपनी चूत में या गांड में।" उन्होने कहा, "तुम मेरी गांड में ही पानी निकाल दो, चूत में तो तुम पहले भी निकाल चुके हो।" फ़िर मैने अपना सारा अनमोल रतन उनकी गांड में डाल दिया और मैं बेड पर आकर लेट गया, तभी उनकी नज़र घड़ी पर गयी तो देखा कि ५ बजने वाले हैं तभी उन्होने मेरे होंठों पर जोर से किस किया और कहने लगी जो मजा तुम्हारे साथ आता है वो मुझे उनके साथ नहीं आता है।
फ़िर भाभी के मना करने के बाद भी मैने घोड़ी बना कर फिर से उनकी चुदाई शुरु कर दी। इस बार मैने केवल चूत की ही चुदाई की। इस बार लगभग १/२ घंटे तक चोदा तब कहीं जा कर मेरे लंड से पानी निकला। अब तक सुबह हो चुकी थी। भाभी ने कहा के उनकी चूत और गांड में दर्द बहुत हो रहा है लेकिन इस चुदाई से जो मज़ा मिला उसके आगे ये दर्द कुछ भी नहीं। फ़िर मैं अपने घर आ गया और जब भी मुझे ये मौका मिलता मैं उन्हे छोदता रहा। हर बार मुझे एक अलग सा खुशी मिलती थी क्योंकि आंटी है ही इतनी सेक्सी


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मेरे साथ जो पहले बार हुआ उसे मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकता। इस बात को मैं आज तक २ साल बीत जाने पर भी किसी को नहीं बता पाया लेकिन आज इस कहानी के माध्यम से आप को बता रहा हूं। ये बात आज से करीब ४ साल पहले की है, जब मैं यूरेका फोर्ब्स कम्पनी में सेल रैप पर काम कर रहा था, मैं देखने स्मार्ट हूं लम्बा हूं, सब कुछ ठीक ठाक है। एक दिन मैं सेल्स के लिये पोश कलोनी में गया १२ बजे तक कोई भी सेल नहीं हुई मैं बड़ा उदास था लंच के लिये मेरे पास पैसे नहीं थे मैने सोचा कोई बुकिंग हो जाये तो कुछ एडवांस मिल जायेगा फिर लंच करूंगा इसी उम्मीद में मैं दोबारा काम करने लगा काफ़ी देर बाद एक औरत ने दरवाजा खोला मैने कहा मैं एक्वा बेचता हूं आप देखना चाहेंगे, उसने कहा हमारे पास पहले से ही है और वो वापस जाने लगी मेरे ये उम्मीद भी जाती हुई लगी मैने जाते जाते पूछ लिया मैम ठीक चल रहा है, उसने कहा रुको मैं देख कर आती हूं, वो औरत करीब ३० साल की होगी और शादी शुदा भी थी थोड़ी देर के बाद वो वापस आयी और बोली नहीं ठीक नहीं चल रहा तुम चेक कर लो और मैं अंदर चला गया, अंदर जाकर मैने मशीन को चेक किया तो वैसे वो ठीक थी।
बस थोड़ी सी सफ़ाई करनी थी, मैने कहा मैम इसमे प्रोब्लम है ठीक करने के ३०० रुपये लगेंगे, उसने मुझसे कहा ज्यादा है मैने कहा ठीक है आप २०० दे देना लेकिन बिल नहीं दूंगा (जबकि मुझे मशीन ठीक करने के परमीशन नहीं थी) उसने कहा ठीक करो और मैं उसको ठीक करने लगा थोड़ी देर बाद मशीन ठीक होने पर मैने उनसे रुपये मांगे तो वो अंदर से आयी और कहा मशीन चेक करा दो मैने आप चला कर देख लीजिये और वो मेरे आगे खड़ी होकर चेक करने लगी ठीक उनके पीछे मैं खड़ा था, मैने पहली बार ध्यान दिया उसने नाइटी के नीचे कुछ नहीं पहन रखा था। उसकी फ़ीगर भी ३४ २४ ३६ के आस पास थी, अचानक वो पलती और कहा ठीक है अब बताओ कितने पैसे देने हैं, मैने कहा मैम २०० रुपये। उसने कहा तुमने इसमे क्या सामान डाला है, कहने लगी अपने ओफ़िस में बात करो, मैं डर गया और मैने कहा ठीक आप १०० दे दीजिये, लेकिन वो फिर कहने लगी नहीं मेरे अपने ओफ़िस। मैं बात कराऊं और वो धीरे धीरे स्माइल कर रही थी, हार कर मैने उनसे कहा मैम मुझे मशीन ठीक करने की परमीशन नहीं है इसलिये मैं आपकी ओफ़िस में बात नहीं करा सकता तो उसने कहा तो तुमने मशीन को क्यों हाथ लगाया, मैने कहा पोकेट मनी के लिये, उसने कहा क्यों सेलरी नहीं मिलती, मैने कहा मैम अभी मैं नया हूं तो वो बोली इसके लिये तुम गलत काम करोगे मैने कहा मैम वैसे तो मैने कोई गलत काम नहीं किया लेकिन आप को लगता है तो मैम आधा दिन हो चुका है और मेरे पास पैसे नहीं है जिससे मैं लंच कर सकुं।
इस लिये मैने आप कि मशीन ठीक की, तो वो बोली ओके ठीक है बैठो और मेरे बारे सब कुछ पूछने लगी, मेरे शादी के बारे में पूछा मैने मना कर दिया, फिर मेरे गर्लफ़्रेंड के बारे पूछा मैने कहा पहले थी, उसने कहा उसके साथ क्या क्या किया, मैने कहा मैं समझा नहीं तो वो बोली उसके साथ सेक्स किया था पहले तो मैं शर्मा गया फिर उसके जोर देने पर मैने कहा नहीं वो बोली तुम झूठ बोल रहे हो मैने कहा नहीं। तो वो बोली सच बोलो मैं तभी तुम्हारे पैसे दूंगी, मैने कहा हां किया था तो वो बोली तुम एक्स्ट्रा इन्कोम करना चाहथे हो साथ में गिफ़्ट भी मिलेंगे, मैने कहा जरूर तो वो बोली उसके लिये तुम्हे पहले टेस्ट पास करना पड़ेगा अगर तुम टेस्ट में पास हो गये तो तुम्हे १००० रुपये आज ही मिल जायेंगे और हर महीने १०,००० रुपये मिलेंगे। महीने में १५ दिन २ घंटे देने होंगे, मैने कहा ठीक है मैं बड़ा खुश हुआ, मैने काम के बारे में पूछा तो वो बोली केवल तुमको थोड़ी सी मसाज करनी है, मैने कहा मुझे तो आती नहीं वो बोली मैं सिखा दूंगी, मैने कहा ठीक है। तो चलो तुम्हे मसाज सिखाती हूं और तुम्हारा टेस्ट भी हो जायेगा मैने ठीक है।
फिर वो मुझे लेकर अपने बेडरूम में गई, वहां जाकर बोली पहले अपने कपड़े उतारो मैने अब सब कुछ समझ रहा था और खुश भी था मैने अपने कपड़े उतारे बस अंडरवियर पहने रखा। फिर वो अपने कपड़े उतार कर बेड पर बैठ गई और बोली अपना लंड देखाओ मैं थोड़ा हिचकचाया वो आगे होकर अपने हाथ से मेरा अंडरवियर नीचे किया और मेरे लंड को हाथ में लेकर आगे पीछे किया और कहा इसे भी उतार दो मैने वैसा ही किया। उसने मेरे हाथ में एक बोडी लोशन दिया और कहा इसको मेरे बोडी पर लगाओ {उस समय उसने ब्रा पैंटी पहन रखी थी} मैने डिब्बे से पहले लोशन उसके पेट पर लगाया फिर उसके पैरों पर फिर मैने उनसे ब्रा और पैंटी के लिये पूछा तो उसने उसको उतारने के लिये कहा ब्रा उतरते ही मेरा मन उसको चूसने के लिये करने लगा और मैने अपना मुंह उसके बूब्स पर रख दिया और उसको चूसने लगा और वो मेरा लंड पकड़ कर दबाने लगी उसके बूब्स काफ़ी टाइट थे। काफ़ी देर बूब्स चूसने के बाद मैने लोशन दुबारा लगाना शुरु किया कभी आगे कभी पीछे मेरा लंड अब गीला होने लगा था मेरा मन अब उसको चोदने को कर रहा था।
उसने अपनी ब्रा और पैंटी उतारकर मेरा अंडरवियर भी उतार दिया ओअर मेरा फ़ेस अपनी चूत पर रख कर कहा इसको चाटो, मैने भी वैसा ही किया मैं पहली बार किसी की चूत चाट रहा था। फिर उसने मेरे लंड को पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और उसको चूसने लगी अब तो जैसे मैं पागल हो गया था और लगने लगा मेरा पानी निकल जायेगा मैं अपने लंड को उसके मुंह से हटाने लगा तो उसने पूछा क्या हुआ मैने कहा पानी निकलने वाला है तो उसने मेरा लंड अपने मुंह से निकाल दिया और कहा अब तुम सबसे पहले अपना लंड मेरी गांड में डालो मैने कहा आगे से नहीं तो वो बोली आगे से ज्यादा मजा पीछे से आता है। मैं भी उसके पीछे से उसको चोदने लगा काफ़ी देर बाद जब मेरा लंड से पानी निकलने वाला था तो उसने मेरा लंड अपने मुंह में दे लिया और जोर जोर से चूसने लगी मेरा लंड अब पानी छोड़ रहा था लेकिन वो सारा पानी पी रही थी जब मेरा लंड बैथ गया तो उसने छोड़ा। फिर उसने कहा अब मेरी चूत में अपनी उंगली डाल कर आगे पीछे करो मैन वैसा ही करने लगा।
थोड़ी देर के बाद मेरा लंड फिर तन गया और उसने देख कर कहा चलो अब मेरे चूत मारो मैने अब उसकी चुदाई शुरु की और उसके बूब्स को अपने मुंह में लेकर चूसता रहा थोड़ी देर बाद उसने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर निकाल कर अपने दोनो बूब्स के बीच में मेरा लंड दबा कर कहा अब यहीं पर रगड़ते रहो और अपना पानी यहीं पर निकाल दो मैं भी वैसा ही करता रहा मेरे लंड उसके बूब्स के बीच मैं रगड़ रहा था फिर मेरे लंड ने उसके बूब्स पर पानी छोड़ दिया ।उसने दोबारा मेरा लंड अपने मुंह से साफ़ किया और मुझे कपड़े पहनने को कहा और वो बाथरूम चली गई थोड़ी देर बाद फ़्रेश होकर आयी और मुझे १००० रुपये देकर कर कहा ये तुम्हारा एडवंस और मुझे १ फोन नम्बर देकर कहा कल यहां पर फोन करके चले जाना.

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बस थोड़ी सी सफ़ाई करनी थी, मैने कहा मैम इसमे प्रोब्लम है ठीक करने के ३०० रुपये लगेंगे, उसने मुझसे कहा ज्यादा है मैने कहा ठीक है आप २०० दे देना लेकिन बिल नहीं दूंगा (जबकि मुझे मशीन ठीक करने के परमीशन नहीं थी) उसने कहा ठीक करो और मैं उसको ठीक करने लगा थोड़ी देर बाद मशीन ठीक होने पर मैने उनसे रुपये मांगे तो वो अंदर से आयी और कहा मशीन चेक करा दो मैने आप चला कर देख लीजिये और वो मेरे आगे खड़ी होकर चेक करने लगी ठीक उनके पीछे मैं खड़ा था, मैने पहली बार ध्यान दिया उसने नाइटी के नीचे कुछ नहीं पहन रखा था। उसकी फ़ीगर भी ३४ २४ ३६ के आस पास थी, अचानक वो पलती और कहा ठीक है अब बताओ कितने पैसे देने हैं, मैने कहा मैम २०० रुपये। उसने कहा तुमने इसमे क्या सामान डाला है, कहने लगी अपने ओफ़िस में बात करो, मैं डर गया और मैने कहा ठीक आप १०० दे दीजिये, लेकिन वो फिर कहने लगी नहीं मेरे अपने ओफ़िस। मैं बात कराऊं और वो धीरे धीरे स्माइल कर रही थी, हार कर मैने उनसे कहा मैम मुझे मशीन ठीक करने की परमीशन नहीं है इसलिये मैं आपकी ओफ़िस में बात नहीं करा सकता तो उसने कहा तो तुमने मशीन को क्यों हाथ लगाया, मैने कहा पोकेट मनी के लिये, उसने कहा क्यों सेलरी नहीं मिलती, मैने कहा मैम अभी मैं नया हूं तो वो बोली इसके लिये तुम गलत काम करोगे मैने कहा मैम वैसे तो मैने कोई गलत काम नहीं किया लेकिन आप को लगता है तो मैम आधा दिन हो चुका है और मेरे पास पैसे नहीं है जिससे मैं लंच कर सकुं।
इस लिये मैने आप कि मशीन ठीक की, तो वो बोली ओके ठीक है बैठो और मेरे बारे सब कुछ पूछने लगी, मेरे शादी के बारे में पूछा मैने मना कर दिया, फिर मेरे गर्लफ़्रेंड के बारे पूछा मैने कहा पहले थी, उसने कहा उसके साथ क्या क्या किया, मैने कहा मैं समझा नहीं तो वो बोली उसके साथ सेक्स किया था पहले तो मैं शर्मा गया फिर उसके जोर देने पर मैने कहा नहीं वो बोली तुम झूठ बोल रहे हो मैने कहा नहीं। तो वो बोली सच बोलो मैं तभी तुम्हारे पैसे दूंगी, मैने कहा हां किया था तो वो बोली तुम एक्स्ट्रा इन्कोम करना चाहथे हो साथ में गिफ़्ट भी मिलेंगे, मैने कहा जरूर तो वो बोली उसके लिये तुम्हे पहले टेस्ट पास करना पड़ेगा अगर तुम टेस्ट में पास हो गये तो तुम्हे १००० रुपये आज ही मिल जायेंगे और हर महीने १०,००० रुपये मिलेंगे। महीने में १५ दिन २ घंटे देने होंगे, मैने कहा ठीक है मैं बड़ा खुश हुआ, मैने काम के बारे में पूछा तो वो बोली केवल तुमको थोड़ी सी मसाज करनी है, मैने कहा मुझे तो आती नहीं वो बोली मैं सिखा दूंगी, मैने कहा ठीक है। तो चलो तुम्हे मसाज सिखाती हूं और तुम्हारा टेस्ट भी हो जायेगा मैने ठीक है।
फिर वो मुझे लेकर अपने बेडरूम में गई, वहां जाकर बोली पहले अपने कपड़े उतारो मैने अब सब कुछ समझ रहा था और खुश भी था मैने अपने कपड़े उतारे बस अंडरवियर पहने रखा। फिर वो अपने कपड़े उतार कर बेड पर बैठ गई और बोली अपना लंड देखाओ मैं थोड़ा हिचकचाया वो आगे होकर अपने हाथ से मेरा अंडरवियर नीचे किया और मेरे लंड को हाथ में लेकर आगे पीछे किया और कहा इसे भी उतार दो मैने वैसा ही किया। उसने मेरे हाथ में एक बोडी लोशन दिया और कहा इसको मेरे बोडी पर लगाओ {उस समय उसने ब्रा पैंटी पहन रखी थी} मैने डिब्बे से पहले लोशन उसके पेट पर लगाया फिर उसके पैरों पर फिर मैने उनसे ब्रा और पैंटी के लिये पूछा तो उसने उसको उतारने के लिये कहा ब्रा उतरते ही मेरा मन उसको चूसने के लिये करने लगा और मैने अपना मुंह उसके बूब्स पर रख दिया और उसको चूसने लगा और वो मेरा लंड पकड़ कर दबाने लगी उसके बूब्स काफ़ी टाइट थे। काफ़ी देर बूब्स चूसने के बाद मैने लोशन दुबारा लगाना शुरु किया कभी आगे कभी पीछे मेरा लंड अब गीला होने लगा था मेरा मन अब उसको चोदने को कर रहा था।
उसने अपनी ब्रा और पैंटी उतारकर मेरा अंडरवियर भी उतार दिया ओअर मेरा फ़ेस अपनी चूत पर रख कर कहा इसको चाटो, मैने भी वैसा ही किया मैं पहली बार किसी की चूत चाट रहा था। फिर उसने मेरे लंड को पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और उसको चूसने लगी अब तो जैसे मैं पागल हो गया था और लगने लगा मेरा पानी निकल जायेगा मैं अपने लंड को उसके मुंह से हटाने लगा तो उसने पूछा क्या हुआ मैने कहा पानी निकलने वाला है तो उसने मेरा लंड अपने मुंह से निकाल दिया और कहा अब तुम सबसे पहले अपना लंड मेरी गांड में डालो मैने कहा आगे से नहीं तो वो बोली आगे से ज्यादा मजा पीछे से आता है। मैं भी उसके पीछे से उसको चोदने लगा काफ़ी देर बाद जब मेरा लंड से पानी निकलने वाला था तो उसने मेरा लंड अपने मुंह में दे लिया और जोर जोर से चूसने लगी मेरा लंड अब पानी छोड़ रहा था लेकिन वो सारा पानी पी रही थी जब मेरा लंड बैथ गया तो उसने छोड़ा। फिर उसने कहा अब मेरी चूत में अपनी उंगली डाल कर आगे पीछे करो मैन वैसा ही करने लगा।
थोड़ी देर के बाद मेरा लंड फिर तन गया और उसने देख कर कहा चलो अब मेरे चूत मारो मैने अब उसकी चुदाई शुरु की और उसके बूब्स को अपने मुंह में लेकर चूसता रहा थोड़ी देर बाद उसने मेरा लंड अपनी चूत से बाहर निकाल कर अपने दोनो बूब्स के बीच में मेरा लंड दबा कर कहा अब यहीं पर रगड़ते रहो और अपना पानी यहीं पर निकाल दो मैं भी वैसा ही करता रहा मेरे लंड उसके बूब्स के बीच मैं रगड़ रहा था फिर मेरे लंड ने उसके बूब्स पर पानी छोड़ दिया ।उसने दोबारा मेरा लंड अपने मुंह से साफ़ किया और मुझे कपड़े पहनने को कहा और वो बाथरूम चली गई थोड़ी देर बाद फ़्रेश होकर आयी और मुझे १००० रुपये देकर कर कहा ये तुम्हारा एडवंस और मुझे १ फोन नम्बर देकर कहा कल यहां पर फोन करके चले जाना.

सरदी की रात आंटी के साथ

हैलो, दोस्तो ये मेरी पहली कहानी है जो मैं आप को बताने जा रहा हूं। मेरा नाम राजा है। मैं जब स्कूल में था तो काफ़ी शर्मीला हुआ करता था लेकिन जब मैं कोलेज पहुंचा तो वहां पर जो दोस्त मिले उनके साथ मैन एक चालू औरत के साथ उसके घर पर उसके पियक्कड पति के सामने चुदाई की और तब से यह सिलसिला आज तक चल रहा है। वैसे तो मैने अपनी ज़िंदगी में कई लड़कियों, कई आंटियों और भाभियों को चोदा है लेकिन आज जो घटना मैं आप लोगों को बताने जा रहा हूं वो मेरी ज़िंदगी में बिल्कुल अचानक घटी थी जब मैने अपनी आंटी को ही चोद डाला।
पहले तो मैं आप लोगों को अपनी आंटी के बारे में बता दूं। वो ३० साल की, गोरा रंग, टाइट बोडी, बड़ी बड़ी चूचियां, ऐसा की जो भी देखे देखता ही रह जाये। वो दिल्ली में रहती है। उसके २ बच्चे हैं। एक १० और दूसरा ७ साल के । पिछले दिसम्बर में उनके घर गया था ओफ़िस के काम से, मैं मुम्बई में जोब करता हूं। और मेरा काम ऐसा है कि पूरा हिंदुस्तान घूमना पड़ता है।
दिल्ली में दिसम्बर के महीने में काफ़ी ठंड होती है। अंकल नाइट शिफ़्ट की ड्युटी करने गये था। घर छोटा होने के कारण हम एक ही रूम में सोये था। मैं बेड पर सोया था और आंटी बच्चों के साथ नीचे लेटी थी। ठंड काफ़ी थी इसलिये बेड पर सोते ही मुझे नींद आ गयी। रात के २ बजे पेशाब करने के लिये अचानक मेरी नींद खुली तो मैने देखा आंटी एक पतली सी चादर ओढ़ी हुई है और बुरी तरह से कांप रही थी और बच्चे एक कम्बल में सो रहे थे। शायद घर में दो ही कम्बल थे, एक उन्होने मुझे दिया था और दूसरा बच्चों को उढ़ाया था। मैं ने लाइट जलाई तो आंटी उठ कर बैठ गयी लेकिन वो बुरी तरह से कांप रही थी। मैं ने कहा आप ऊपर बेड में चली जायें मैं नीचे सो जाता हूं, तो उन्होने कहा ठंड बहुत है तुम्हें ठंड लग जायेगी। मैने कहा आप तो बुरी तरह से कांप रही है ठीक से बोल भी नहीं पा रही हैं आप ऊपर बेड पे सो जाओ।
और इतना कह कर मैं ने उनका हाथ पकड़ कर ऊपर बेड पे बैठा कर पेशाब करने चला गया। वापस आ कर देखा तब भी वो कम्बल के अन्दर बुरी तरह से कांप रही थी। तभी उन्होने कांपते हुए कहा राजा लाइट बंद करके तुम भी बेड पर सो जाओ।
मैने लाइट बंद की और उनके पास आ कर सो गया। बेड छोटा होने के कारण हम एक दूसरे से बिल्कुल सटे हुए थे। तभी उनका हाथ मैने छुआ तो वो काफ़ी ठंडा था और वो अब भी कांप रही थी ठंड से।
फिर आंटी ने मुझ से कहा राजा मुझे ज़ोर से पकड़ो मुझे बहुत ठंड लग रही है। मैं ने उनको कहा कि आप घूम कर सो जाओ और उनके सर को मैने अपने एक हाथ के नीचे रखा और दूसरा उनके पेट पर रखा।अब हम दोनो की पोजिशन कुछ इस तरह थी कि उनकी गांड मेरे लंड पे पूरी तरह से चिपकी हुई थी और मैं पूरी तरह से उसे दोनो हाथों से पकड़े हुआ था। मेरा लंड आंटी की गांड की दरार के बीच में घुस कर टाइट होने लगा था। मैं अपनी कमर को पीछे ले जाने लगा और अपनी पकड़ को भी ढीला करने लगा। लेकिन आंटी बहुत बुरी तरह से कांप रही थी और मेरे हाथ को अपने हाथ से ज़ोर से पकड़े हुई थी। मैं आंटी के साथ कुछ गलत सोच भी नहीं सकता था लेकिन मेरा लंड मेरी बस में नहीं था। मेरा लंड अब बेकाबू हो रहा था और वो पूरी तरह से आंटी की चूत में घुसने को तैयार था।
तभी आंटी ने मेरे हाथ को अपनी कमीज़ के नीचे घुसा कर अपने पेट पर रख दिया उनका पेट बर्फ़ की तरह ठंडा हो रहा था। मेरा गर्म हाथ रखने से उनको काफ़ी अच्छा लग रहा था आंटी मेरे हाथ को पकड़ कर अपने पेट पेर और ज़ोर से रगड़ने लगी। मैं धीरे धीरे उसके पेट को सहलाने लगा। सहलाने के कारण कई बार मेरा हाथ उनकी चूचियों से टकराया लेकिन उन्होने कुछ नहीं कहा। मैने हिम्मत करके उसके एक दूध को पकड़ कर सहलाने लगा। उसकी दूध का निप्पल बिल्कुल टाइट हो कर बाहर निकल गया था। मैं उनके निप्पल को उंगलियों के बीच रख कर धीरे धीरे घुमाने लगा। अब उसके मुंह से सिसकियां निकलनी शुरू हो गयी थी।
फिर मैने उनकी कमीज़ पीछे से पूरी उठा कर उसके गर्दन तक कर दिया और उसकी ब्रा के हुक भी खोल दिये फिर मैने भी अपना बनियान उतार कर अपने पेट और सीने को उसकी नंगी पीठ पर सटा कर पुरी तरह से चिपक गया।
उसे मेरे जिस्म की गरमी अच्छी लग रही थी वो भी मुझसे पूरी तरह से चिपक गयी थी। अब मेरे लंड को और रोक पाना मेरे लिये मुश्किल हो रहा था। मैं उसके पायजामे को धीरे धीरे नीचे करने लगा तो वो थोड़ी थोड़ी कमर उठाने लगी। मैं समझ गया कि आंटी को अब लंड की गरमी की ज़रूरत है वो अब पूरी तरह से तैयार थी।
मैने अब उसे पायजामे को पूरा उतार दिया और अपनी लुंगी को भी उतार दिया। फिर मैने अपने लंड को उसकी चूत पे रख कर धीरे से एक धक्का मारा और लंड पूरा का पूरा चूत में घुस गया। मैं अब उसकी चूचियों को अपने हातों से ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था। थोड़ी देर के बाद वो मेरी तरफ़ घूम गयी। मैं अब उसके दोनो पैरों को खोल कर बीच में बैठ गया और उसकी चूचियों को मुंह से चूसने लगा। तभी उसने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत की तरफ़ खीचने लगी। मैं समझ गया कि उसकी चूत चुदवाने के लिये बेताब हो रही है।
मैने अपने लंड को उसकी चूत के छेद पर रख कर एक जोर का झटका मारा और पूरा का पूरा लंड उसकी बुर में घुस गया। वो पूरी मस्ती में आ चुकी थी। उसके मुंह से ऊह आह की आवाज़ निकल रही थी। मैं पूरी स्पीड में अपने लंड को पूरा बाहर कर के अंदर डाल रहा था। लंड और बुर के टकराने से थप थप की आवाज़ आ रही थी। आंटी भी अपनी कमर को उठा उठा कर पूरा साथ दे रही थी। फिर अचानक वो मेरे कमर को पकड़ का ज़ोर ज़ोर से खीचने लगी मैं भी ज़ोर ज़ोर से उसे चोदने लगा और फिर अचानक मेरे लंड ने ८-१० झटके में पिचकारी की तरह पूरी गरमी आंटी के बुर में भर दिया। आंटी भी पूरी ताकत से मेरे सीने से चिपक गयी। हम दोनो आधे घंटे तक वैसे ही पड़े रहे। आधे घंटे के बाद मेरे लंड में फिर से जोश आने लगा। मैने आंटी को उल्टा लिटा दिया और पीछे से उसके बुर को चोदने लगा। पीछे से चोदने में मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी कुंवारी लड़की की चुदाई कर रहा था। उसकी गोल गोल गांड मेरे लंड के दोनो तरफ़ इस तरह से फ़िट हो रही थी मानो मेरे लिये ही वो गांड बनी हो। मैं फ़ुल स्पीड में उसकी चुदाई करने लगा और इस बार भी लंड ने सब गरमी बाहर निकाली तो उसकी बुर मेरे वीर्य से भर गयी। अब वो पूरी तरह से नोर्मल हो चुकी थी।
फिर हम सो गये। सुबह वो मुझे जगाई तो मैं उनसे नज़र नहीं मिला पा रहा था। लेकिन वो मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी। बच्चे भी स्कूल जा चुके थे। तभी अचानक दरवाजे पर किसी ने खटखटाया। मैं समझा अंकल आ गये। दरवाज़ा खुला तो एक खूबसूरत लड़की, बिल्कुल टाइट जीन्स और टी-शर्ट में अन्दर आयी और आंटी से कहा की अंकल ने फोन किया था अभी और कहा है कि वो ओवरटाइम पर हैं। मैं खुश हो गया। फिर वो लड़की चली गयी। मैने आंटी से पूछा कि ये लड़की कौन है तो उन्होने कहा कि मकान मालिक की बेटी है। मैं आंटी को मुस्कुराते हुए देखा और कहा आंटी मुझे इसे चोदना है। तुम कुछ करो न प्लीज़। आंटी बोली नहीं नहीं मैं कुछ नहीं कर सकती। इतना सुनते ही मैने आंटी को बेड पर पटक दिया और उसकी चूचियों को ब्रा से निकाल कर चूसने लगा और कहा बोलो अब उसे मुझसे चुदवाने के लिये तैयार करोगी या नहीं। आंटी हंसते हुए बोली, अच्छा बाबा मैं उसे तुम्हारे लिये तैयार करती हूं। मैने कहा ये हुई न बात और फिर आंटी के सारे कपड़े उतार कर फिर से उसकी चुदाई करने के लिये उसे गरम करने लगा। दिन के उजाले मैं उसकी खूबसूरती बिल्कुल साफ़ साफ़ दिख रही थी। उसकी नंगे जिस्म को देकते ही मेरा लंड लुंगी से बाहर आने को बेताब होने लगा। मैने अपनी लुंगी निकाली और आंटी की ऐसी चुदाई की कि वो मेरी दिवानी बन गयी।

बड़ा चोदक्कड़ गुजरात ओनली

हाय ! मै गुजरात से रवि २१ साल का हूं। आज मै आपको अपनी गर्ल फ़्रेंड गीतू जो २० साल की है, की एक सच्ची घटना बता रहा हूं।
हमारी दोस्ती को हुए १.५ साल हो गया था पर मैने उसे अब तक छुआ तक नहीं था। एक दिन जब हम रोक गार्डन गये हुए थे तो मैं उसे सिर्फ़ किस ही किया और जब मैं उसके बूब्स पर हाथ लगाने लगा तो वो गुस्सा कर गई और कम से कम एक महीने मुझसे बात नहीं की, आखिर मैने भी उसे एक दिन मना ही लिया और उसको कहा के ये सब तो चलता रहता है तो वो बोली के मेरे को ये सब अच्छा नहीं लगता तो मैने कहा के अच्छा नहीं लगता तो नहीं करूंगा, उस दिन के बाद हम दोनो मिलते तो थे पर किस तक ही सीमित थे, पर अब मेरे से सब्र नहीं होता था और मैं उसे चोदने की योजना बनाने लगा।
फिर एक बार जब मैं गरमियों में उससे मिलने गया तो वो बोली कि आज तुम ओफ़िस से छुट्टी कर लो आज बैठ के बातें करेंगे, तो मैने ओफ़िस फोन कर के बोल दिया के आज मैं नहीं आउंगा, उसके बाद हम दोनो कुछ देर उसके कोलेज में ही बैठे रहे। फिर मैने उससे पूछा कि कहीं चलते हैं तो वो भी मान गयी पर उस टाइम १२.४० बज रहे थे उस टाइम न तो हमें फ़िल्म का टिकट मिलना था न ही हम किसी गार्डन में जा सकते थे क्योंकि दिल्ली में अधिकांश १२:३० तक सारे सिनेमा में शो स्टार्ट हो जाते हैं और गार्डन में इसलिये नहीं जा सकते हैं क्योंकि वहां पर गर्मी बहुत होती है।
फिर मैने कहा के मेरे रूम पर चलते हैं पर वो मना कर रही थी कह रही थी कि मुझे डर लगता है कि कही कुछ हो गया तो, पर मैने उसे तसल्ली दी और कहा कि अगर तुम्हे मुझ से प्यार है और अगर तुम मुझ पर भरोसा करती हो तो चल सकती। इस पर वो बोली कि तुम मेरी कसम खाओ के तुम ऐसा वैसा कुछ नहीं करोगे मैने उसकी कसम खा ली और वो तैयार हो गई। रास्ते में सोचता रहा के कसम तो खा ली पर उसको चोदुंगा कैसे।
फिर जब मैं और वो मेरे रूम पर पहुंचे तो मैने दरवाजा बंद करने लगा, तो वो बोल पड़ी के दरवाजा क्यों बंद कर रहे हो मैने कहा कि अगर कोई देख लेगा तो क्या कहेगा कि कौन है और मैने दरवाजा बंद कर दिया। उसके बाद मैं बेड पर उसके साथ बैठ गया और बातें करने लगे, बातें करते करते मैने उसके कंधे पर हाथ रखा और उसके लिप्स पर किस करने लगा पर ये किस १५ मिनट तक चलता रहा और मैं उसकी छाती पर हाथ फिराना शुरु कर दिया उसने विरोध नहीं किया और धीरे धीरे मैं उसकी वेली से होता हुआ उसकी चूत को सलवार के ऊपर से हाथ सहलाने लगा। अब मेरे लिप्स उसके लिप्स से किस कर रहे थे और एक हाथ उसके बूब्स पर और एक हाथ उसकी चूत पर था। अब मैं धीरे धीरे उसकी गर्दन और उसके बाद उसके बूब्स को कमीज के ऊपर से चूसने करने लगा तो उसके मुंह से अजीब से आवाजें आने लगी तो मैं समझ गया कि अब वो गरम हो चुकी है उसके बाद मैने धीरे धीरे एक हाथ कमीज के अन्दर डाल दिया और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को दबाने लगा।
बाद में मैने उसकी कमीज उतार दिया वो कुछ नहीं बोली क्योंकि वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी। उसने सेक्सी लेस काली ब्रा पहन रखी थी और वो अपने बूब्स अपने दोनो हाथों से छुपाने लगी, मैं समय न गंवाते हुए उसे दोबारा किस करना शुरु कर दिया और उसकी ब्रा के ऊपर से बूब्स को सहलाता रहा फिर उसकी पीठ पर हाथ ले जा के उसकी ब्रा के हुक भी खोल दिये। अब वो मेरे सामने बिल्कुल टोपलेस थी। मैने उसे बेड पर लिटाया और उसके बूब्स चूसने लगा। २० मिनट तक उसके बूब्स चूसने के बाद मैने उसकी सलवार की तरफ़ हाथ बढ़ाया और उसका नाड़ा खोल दिया और उसके बूब्स को चूसना चालू रखा। उसके मुंह से अजीब अजीब से आवाजें आ रही थी, मैने सोचा कि कहीं पड़ोसी सुन लेंगे तो प्रोब्लम हो जायेगी इसलिये मैने उसके बूब्स चूसते हुए सीडी का बटन ओन कर दिया अब म्युज़िक जोर से बजने लगा और किसी को कुछ सुनाई देने का तो नाम ही नहीं था। अब मैने उसकी सलवार धीरे धीरे उतारनी शुरु कर दी। उसकी सलवार उतारने के बाद मैं उसकी चूत को उसकी काली पैंटी के ऊपर से चूमने लगा। तो वो और जोर से सिसकियां लेने लगी। धीरे धीरे मैने उसकी पैंटी को भी उतार दिया और उसकी चूत को चूमने लगा।
अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी पड़ी हुई थी और कुछ बोल भी नहीं रही थी। मैं लगभग १० मिनट तक उसकी चूत को चूसता रहा और जैसे ही उसकी चूत झड़ने वाली थी मैने चाटना छोड़ दिया तो वो बिना पानी की मछली की तरह तड़ओ उठी और खुद ही अपनी उंगली चूत में डालने लगी मैं उसके दोनो हाथ कस के पकड़ लिया तो वो मेरे आगे गिड़गिड़ाने लगी कि प्लीज़ मेरी चूत को चूसो तो मैने कहा सालि पहले तो बहुत अकड़ती थी आज क्यों नहीं अकड़ रही है, तो वो दोबारा गिड़गिड़ाने लगी। मैने उससे कहा कि मैने तुम्हारी चूत एक शर्त पर चूसुंगा पहले तुम्हे मेरा लंड चूसना होगा वो मान गयी.
मैने उसे मेरे कपड़े उतारने को कहा तो वो जल्दी जल्दी मेरे कपड़े उतार दिये और मेरे ७ इंच और ३.५ इंच मोटे लंड को देख कर बोली कि ये मेरे मुंह में कैसे आयेगा तो मैने कहा कि साली मैं बताता हूं और मैने अपना लंड उसके मुंह मैने थोड़ा सा डाल दिया उसके बाद धीरे धीरे वो खुद ही बढ़ाती गयी और मेरे पूरे लंड को मुंह में डाल के चूसने लगी। उसका एक हाथ मेरे बाल्स के साथ खेल रहा था। और मैं उसके बूब्स के साथ खेल रहा था। थोड़ी देर चूसने के बाद वो वोली कि अब तुम मेरी चूत चूसो तो मैने कहा कि चलो ६९ की पोजिशन में हो जाओ तो वो बोली के वो क्या होता है तो मैने उसे बताया कि ६९ क्या होता है और इस तरह हम दोनो ६९ की पोजिशन में आ गये और एक दूसरे को चूसने लगे। बीच बीच में उसकी चूत में उंगली भी डाल रहा था तो वो कह रही के दर्द होता है। और १० मिनट के बाद वो झड़ गयी और मैं उसका जूस पी गया। मुझे अच्छा लगा और मैं उसकी चूत को चूसता रहा, उसके बाद वो दोबारा गरम हो गई और जैसे ही मैने चूसना बंद किया तो वो दोबारा गिड़गिड़ाने लगी कि चूसो।
तो मैने कहा के अब मैं नहि चूसुंगा बल्कि तुम्हारी चूत में लंड डालुंगा तो वो कहने लगी कि इतना बड़ा मेरी चूत में कैसे जायेगा, मुझे तो तुम्हारी उंगली से भी दर्द होता है तो ये कैसे सहन करूंगी तो मैने उसे कहा कि तुम्हे डरने की जरूरत नहीं है थोड़ी देर दर्द होगा बाद में तुम भी एंजोय करोगी और मैने कहा कि ये औरतों की चूत का होल बहुत बड़ा होता है क्योंकि यहां से इतना बड़ा बच्चा निकल जाता है तो मेरा लंड तो आराम से आयेगा।
उसके बाद मैने तेल लेके थोड़ा से अपने लंड पर और बाकी उसकी चूत के लिप्स को हटा कर वहां पर लगा दिया। और अपना लंड उसकी चूत में अंदर डालने की बजाय लिप्स पर ही रगड़ने लगा तो वो थोड़ी देर में ही चिल्ला उठी प्लीज़ अंदर करो। उसके बाद मैने थोड़ा सा अन्दर किया तो वो दर्द से चिल्लाने लगी, तो मैने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये और अपने लंड को वहीं पर रख कर थोड़ा सा हिलाने लगा जब वो एंजोय करने लगी तो मैने एक जोर से झटका दिया और मेरा लंड उसकी चूत में चला गया और वो दर्द से तड़पने लगी।
पर मेरे सब्र का बांध टूट चुका था और मैने उसकि परवाह न करता हुए अपने लंड को अन्दर बाहर करने लगा। वो थोड़ी देर दर्द महसूस करती रही पर बाद में वो भी एंजोय करने लगी और उसके मुंह से आवाजें आने लगी "आअह्हह्हह ओर जोर से चोदो रवि और जोर से और अन्दर करो" तो मैने कहा क्यों ये सब तो तेरे को अच्छा नही लगता था साली अब लंड का स्वाद आ रहा है न। तेरी तो आज मैं पूरी फाड़ दूंगा। और लगभग १५ मिनट की चुदाई के बाद मेरा छूटने वाला था (इस बीच वो दो बार छुट चुकी थी)।
मैने उसको कहा कि मैं झड़ने वाला है और उससे पूछा कि अन्दर छोड़ु कि बाहर, तो उसने बोला के बाहर ही छोड़ना मैं प्रिगनेंट नहीं होना चाहती है और मैने उसकी चूत से लंड निकाल कर उसके मुंह में डाल दिया और चुदाई करने लगा। थोड़ी देर में मैं झड़ गया। उसका मुंह मेरे वीर्य से भर गया। कुछ तो उसने निगल लिया और बाकी बाहर उसके चेहरे से होता हुआ उसकी गरदन पर गिर गया। उसके बाद मैं थोड़ी देर उसके ऊपर लेट गया और उसको किस करता रहा और अपने माल को उसके बूब्स पे मलता रहा। लगभग १५ मिनट रेस्ट करने के बाद हम दोनो उठे और अब शाम होने लगी थी और उसने घर भी जाना था तो हम दोनो ने अपने आप को फ़्रेश किया। और उसको घर के पास छोड़ कर आ गया। आके मैने उसके खून और हम दोनो के रज से खराब हुई बेडशीट को साफ़ किया।

गुजराती भाभी नी चोदी

वैसे तो मेरा नाम ही काफ़ी है गुजरात की औरतों की चूत में हलचल पैदा करने के लिये वैसे आप सभी दोस्त मुझे जानते ही हो एक दिन एक मेल आया और मुझसे कहा कि कोन्टक्ट मी तो मैने जवाब दिया और ऑनलाइन टाइम दिया दोस्तो आप यकीन नहीं करोगे उसने मेरे रिप्लाई के लिये ६ घंटे ऑनलाइन वेट किया था (उसने बाद में बताया) और मैं उसे मेल करके अपना पीसी बंद ही कर रहा था कि उसका रिप्लाई मेल ओन थिस स्पॉट आया और उसी वक्त हम ओन-लाइन मिले, मैं ने उससे पूछा तुम कोन हो?

उसने बताया कि मैं २४ साल की विवाहित औरत हूं और आपकी स्टोरी मुझे बहुत पसंद आई मैने पूछा मैने तो बहुत स्टोरी लिखी हैं आपको कौन सी पसंद आई उसने कहा कि वो सुहागरात वाली मैने उसे कहा बोलिये मै आप के लिये क्या कर सकता हूं? उसने कहा कि आप जानते ही हो मैने कहा सॉरी मुझे नही पता तुम क्या कहना चाहती हो ? उसने कहा मुझे बताने में शर्म आती है मैने कहा आप के और मेरे बीच जो बात होगी वो किसी तीसरे को पता नही चलेगी. उसने कहा आइ वांट टो मीट यु एंड एन्जॉय विथ यु मैने कहा आपका मतलब क्या है? उसने कहा तुम बड़े फ़ास्ट हो ओ के मै तुम्हारे साथ सेक्स एन्जोय करना चाहती हूं। मैने कहा -ठीक है,बताओ कब कहां मिलना है?उसने कहा मुझे नहीं पता, तुम ही बताओ। मैने कहा -बतओओ तुम्हारा नाम क्या है और कहां रहती हो? उसने कहा -मेरा नाम पायल है और मै गुजरात में रहती हूं। (आप समझ ही गये होंगे कि ये नाम बदला हुआ है) मैने कहा आपके घर में कौन कौन है उसने कहा -मैं और मेरे पति। मैने कहा तो क्या प्रोब्लम है तुम्हारे घर पर ही मिलते है उसने कहा नहीं, मुझे बहुत डर लगता है, किसी होटल में मिलें?

मैने कहा देखो होटल से घर ज्यादा सेफ़ रहता है कुछ देर बाद उसने कहा ओ के ! मेरे पति अगले मंगलवार को मेरे हबी बिजनेस के काम से बाहर जाने वाले हैं। तुम मुझे अपना फ़ोन नम्बर दे दो, मैं तुम्हे काल करुंगी। मैने कहा ठीक है। मंगलवार को उसने मुझे फोन किया उसकी आवाज़ बहुत ही सेक्सी थी उसके बात करने का अंदाज भी काफ़ी सेक्सी था उसने कहा कि मेरे हबी १२ बजे बाहर जाने वाले हैं तुम १ बजे आ जाओ और अपना पता दिया मैं ठीक उसके दिये हुये टाइम पर उसके घर पर पहुंचा और डोरबेल बजाई तो उसने दरवाजा खोला मैं तो उसे देखता ही रह गया क्या लुक था उसका ५.१० हाईट, गोरा रंग और सेक्स बम दिख रही थी। मैं तो उसे देखता ही रह गया उसने पूछा क्या है?

पायल?

उसने हां में सर हिलाया मैं ने कहा मैं सुनील हूं।तो उसने मुझे वेलकम किया और हम अंदर गये और उसने दरवाजा बंद कर दिया उसका फ़्लैट काफ़ी शानदार था उसने मुझे बैठने को कहा और वो पानी लेने किचन में चली गई।

उसने साड़ी नाभि के नीचे से बांध रखी थी और जब वो चल रही थी तो उसकी बैक साइड बैकलेस ब्लाउज़ होने की वजह से क्या कयामत ढा रही थी वो पानी लेके आई और पूछा घर ढूंढने में कोई परेशानी तो नहीं हुई मैं ने कहा डियर मैं इसी शहर में रहता हूं क्या परेशानी होती फिर उसने कहा वेल क्या पियोगे चाय, कोफ़ी या कुछ कोल्डड्रिंक्स मैं ने कहा डियर आज मैं तुमको पीने के मूड में हूं तो वो एक मीठी सी मुस्कान के साथ अपनी आंखें बंद की और अपने होंठ आगे किये और कहा लो डियर पी लो काफ़ी गर्म हैं। मैं ने कहा श्योर ! और हम फ़्रेंच किस करने लगे मैं एक हाथ से उसके बालो, गर्दन और बैक को सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसकी जांघे सहलाने लगा और हमारे लिप्स और जीभ एक दूसरे में समा गये १५ किस करने के बाद उसने कहा रवि यहां नहीं बेडरूम में चलो मैं ने कहा चलो जान ! फिर वो मुझे बेडरूम में ले गई और वो आगे चल रही थी और मैं उसके पीछे बेडरूम में जाके मैं ने उसे पीछे से पकड़ कर अपने से जकड़ लिया और उसके बूब्स दबाने लगा और उसकी गर्दन और कंधे पर किस करने लगा धीरे से उसके कान पर लव बाइट किया तो तिलमिला उठी और घूम कर मेरे सीने से लिपट गई, मैं उसकी पीठ और हिप्स को सहलाता रहा और वो मुझे कसके पकड़े खड़ी रही।

फिर मैने उसका चेहरा जो मेरे सीने में उसने छुपा लिये थे वो ऊपर किया और हम किस करने लगे मैं ने उसके बूब्स सहलाते सहलाते उसकी साड़ी उतार दी और ब्लाउज़ के ऊपर से उसके बूब्स दबाने लगा वो आआआआअह्हह्ह आआआआआअह्ह करने लगी फिर मैं ने एक हाथ उसके पेटीकोट के ऊपर से उसकी चूत पर रखा तो वो पहले से ही गीली हो गई थी मैं ने चूत को थोड़ा सहलाया फिर उसके ब्लाउज़ और पेटीकोट को उतार दिया और वो मेरे सामने केवल ब्रा और पैंटी में खड़ी खुले रेशमी बाल ऐसा लगता था कि कोई मार्बल का स्टेच्यु हो वो किसी फिल्म में। पायल को मैं ने उसे सर से लेकर पांव तक बोडी हर एक पार्ट को चूमा वो मेरे हर एक किस पर सिसकती जाती थी फिर वो बोली के मुझे और मत तड़पाओ डियर अब मुझसे सब्र नहीं होता उसने मेरे सारे कपड़े फ़टाफ़ट निकाल दिये और मेरी बोडी को अपने हाथों से सहला के मेरे डिक को पकड़ के सहलाने लगी और नीचे घुटनो के बल बैठ के मेरे लौड़े को मुंह में लेके लोलीपोप की तरह चूसने लगी मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था दोस्तो पूरी बोतल का नशा छा रहा था मैं मदहोश हुआ जा रहा था क्या बताऊं क्या हालत हुई थी मेरी उसके लंड चूसने से।

फिर मैं ने उसे उठाया और हम बेड पे गये मैं ने उसकी ब्रा और पैंटी उतार दी और उसको लिटा कर उसे किस किया फिर उसके बूब्स क्या कयामत थे उसे दबाया और उसकी निप्पल को चूसा जब मैं उसकी निप्पल पे अपनी जीभ घुमाता था तब वो आअह्हह्हह्हह स्सस्सस्सस्सहुसूऊऊऊऊओ और दबवूऊऊऊओ आआआआआआअ मज़ा आआआआआअ रह्हह्हह आआआआअहे दियर सच कहूं दोस्तो वो इतनी फ़ेयर थी कि जब मैं ने उसके बूब्स दबाये तो वो एकदम लाल हो गये फिर थोड़ा नीचे होकर मैं ने उसकी नाभि में जीभ घुमाई तो वो मेरे बालों को पकड़ कर मुझे हटाने लगी फिर मैं थोड़ा और नीचे हुआ और उसके दोनो पैरों को खोल कर उसकी चूत पर मैं ने अपने होंठ रहे और किस किया वो बोली कितना तड़पा रहे हो कल्प प्लीज़ जल्दी से खा जाओ इसे मैं उसकी क्लीन शेव चूत को बड़े मज़े लेकर चाटने लगा मेरी जीभ से ही वो दो बार झड़ गयी उसकी आवाजें सुन कर तो मुझे ऐसा लगा कि वो जिंदगी मैं पहली बार चुदवा रही हो ऐसा रियेक्ट कर रही थी उसने कहा कि तुमने तो मुझे चाट कर के ही ढीला कर दिया मैं ने कहा मेरी जान तुमने एंजोय ही तो करना था न बोलो हुआ कि नहीं एंजोय, उसने कहा हां बहुत फिर मैं साइड में लेट गया और वो मेरे लंड को थोड़ी देर चूस ने के बाद मेरे लंड के उपर सवार हो गई क्या स्ट्रोक लगा रही थी वो।

दोस्तो जब वो मेरा लंड अपनी चूत में लिये आगे पीछे हो रही थी और आह्ह्हाअह कम ओन आह्ह्हाअह आआ अह आह कर रही थी उसके बूब्स जो उछल रहे थे उसे देख कर मेरा सेक्स पावर और बढ़ गया वो मेरे सीने को सहलाते हुए स्ट्रोक कर रही थी और साथ साथ में किस भी कर रही थी और में उसके गोरे गोरे बूब्स भी दबा रहा था वो तो आह्ह्हाअह आह्ह्हाअह आआ अह आह कम ओन मी चोदो चोदो मुझे फ़क मी ! कर रही थी समझ में नहीं आ रहा था कि वो मुझे चोद रही है या मैं उसे चोद रहा हूं वो ऐसे ही दो बार झड़ गई और बोली बस अब और नहीं तो मैं ने कहा डियर अभी तो तुम्हारा ही हुआ है मेरा तो कुछ एंजोयमेंट करो तो वो साइड में सो गई और मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी लाल लाल चूत में लंड डालकर उसे चोदने लगा थोड़ी देर में मेरा भी निकलने वाला था तो मैं ने कहा कि आइ एम कमिन्ग्। उसने कहा डोंट वरी, अंदर ही डाल दो मैं गोली ले चुकी हूं और मैं उसे चोदते चोदते उसकी चूत में ही झड़ गया मेरे कम से उसकी चूत चिकनी हो गई फिर हम रिलेक्स होकर बेड पे लेट गये एक दूसरे को चिपक कर।

फिर मैं ने उससे पूछा कि डियर तुम क्या अपने पति से संतुष्ट नहीं हो क्या तो उसने कहा कि मैं अपने पति से बहुत संतुष्ट हूं तो मैं ने पूछा तो तुम मेरे साथ एंजोय करना क्यों चाहती थी तो उसने कहा कि रोज एक ही तरीके के सेक्स से बोर हो गई थी तो सोचा कुछ अलग करुं तो मैं ने कहा तो कैसा रहा तो बोली आइ एम वैरी हैपी! तो मैने कहा जिसको जो चाहिये वो मिल ही जाता है तो बोली लेकिन हम ये सब दोबारा नहीं करेंगे। तो मैने उसे कहा कि डियेर जो तुम्हारी मर्जी फिर हम बाथरूम में जाकर फ़्रेश हुए और फिर मैं कपड़े पहन अपनी फ़ी लेकर वापस चला आया और फिर हम एक दूसरे को भूल गये नहीं कभी उसने मुझे सम्पर्क किया न ही मैने कभी्।

जीजाजी, दीदी और मैं

बेटी को धन की सुख देने के लिए मेरी बाप ने मेरी शादी एक ५० बरस के मर्द के साथ कर दी. मेरे पति की मुझसे उनकी दूसरी शादी थी. पहली की मौत हो चुकी थी. उनका एक लड़की थी जिसकी शादी हो चुकी थी. शादी के पहले मुझे उनके और परिवार के बारे मे अधिक जानकारी नही थी.

सुहाग रात मे मैं उनको देखकर हैरान रह गई. वे देखने मे ही बहुत कमज़ोर दिख रहे थे. मेरी उमर उस समय सिर्फ़ १८ बरस थी. वे आते ही दरवाज़ा बंद कर लिए और मेरी बगल मे बैठ गए. वे मुझे पकड़ कर चूमा लेने लगे. कुछ् इधर उधर के बाते करने के बाद वे मेरी ब्लाउज खोल दिए. मैं ब्रा पहन रखी थी. कुछ देर उपर से ही सहालाने के बाद ब्रा भी खोल दिए. उसके बाद मेरी चुची को चूसने लगे. मुझे अब अच्छा लगने लगा था.

मैने धीरे से अपनी हाथ उनके लंड तरफ़ बढ़ाया. अभी तक कुछ भी नही हुआ था. वे अपने कपड़े खोल दिए और सहालाने के लिए बोलने लगे. मैने भी कुछ देर तक हाथ से सहलाती रही. खड़ा नही होने पर मुख मे खाने के लिए कहने लगे. क़रीब १० मिनट के बाद भी जब नही खड़ा हो पाया तो मैं निराश हो गई. उनके लंड मे नाम मात्र का ही कडापन आया था. अब वे मेरी साडी खोल दिए और अपने मुरझाए हुए लंड से मेरी बुर रगड़ने लगे. मैं तो उनके लंड के तैयार होने का इंतज़ार कर री थी. वे मेरी बुर को अब जीभ से चूसने लगे. अभी भी उनका लंड बहुत नरम था. मैं मन ही मन अपने को कोसती रही और बाप को शराप्ती रही. वे मेरी बुर चूसने मे और मैं उनका लंड चूसने मे मशगुल थी. मुझे अब सह पाना मुश्किल था. जैसा था वैसा ही मैंने उनको चोदने के लिए कहने लगी. वे अपना नरम नरम लंड मेरी गरम गरम बुर मे प्रवेश करने लगे .मगर प्रवेश करने से पहले ही वे गिर गाये.मैं तड़पती रह गई . मैं सोचने लगी कि पहले रात के चलते ऐसे होगया. मैं चुप चाप रह गई. वे भी ऐसे ही कह रहे थे.

दूसरी रात भी मैंने बहुत कोशिश की मगर सब बेकार गया. इसी तरह महीनो बीत गाये. मैं जब भी बिस्तर पर तडपती रही. मेरी बड़ी बहन जीजाजी के साथ तबादला होकर उसी शाहर मे आ गयी. एक दिन मेरी बहन मुझसे मिलने मेरी घर पर आ गई. वे मेरा हाल ख़बर पूछने लगी. मैं चुप हो गई. जब वे ज़िद करने लगी तो मुझे सबकुझ बताना ही पड़ा. वे निराश हो गई और कुछ सोचने लगी. मैंने पूछने लगी तुम कैसी हो. जीजाजी कैसे हैं. वे कह रही थी की तुम्हारे जीजाजी तो बहुत तगडे है. वे मुझे बहुत मज्जे देते हैं. मान ही मान मैं इर्ष्या करने लगी .वे बोलने लगी की मैं कल तक कुछ सोचती हू. कल १२ बजे मेरी घर आजाना. वही पैर बैठ कर बाते करेंगे. मुझे कुछ आशा दिखाई देने लगी.

सुबह होते ही मैं जल्दी जल्दी काम निपटा कर तैयार हो गाई. ठीक १२ बजे मैं दीदी के घर पहौच गई. वे मुझे देख कर मुस्कुराने लगी. वे मुझे अपने बेड रूम मे ले गई .दीदी अपने रूम मे टीवी चला रही थी. वे बोलने लगी की तुम कुछ देर तक वीडियो देखो मैं काम निपटा कर आती हूँ. एक सीडी वही पर रखा हुआ था जिसपर लिखा हुआ था हम दोनो. मैंने उसी सीडी को लगा कर देखने लगी. सीडी देखते ही मैं घबरा गई और दरवाज़े की तरफ़ देखी. दीदी बाथरूम मे थी. मुझे और अधिक देखने का इच्छा जागृत होगई. इस सीडी मे तो जीजाजी और दीदी का रंगीन खेल भरा हुआ था. जीजाजी का लंड तो देखते ही बनता था. लग रहा था की दीदी बहुत रोएगी .मगर वा तो मज़े ले रही थी. मैं सोचने लगी काश मुझे कोई ऐसे चोदने वाला मिलता.

उसी समय दीदी अंदर आगई और कहने लगी तुम को यह कैसा लग रहा है. मैंने सीडी बंद करदी. उसी समय जीजाजी भी आगये. मुझे देखते ही वे मुस्कुरा दिए. दीदी कहने लगी अरे साली तरफ़ भी तो देखो. वह बेचारी शादी होने के बाद भी कुँवारी है. दीदी कहने लगी आज तुम्हारे जीजाजी को तुम्हारे लिए ही मैंने बुलाया है . कल तुमसे मिलने के बाद मैने इनको सब कुछ बता दिया था. दीदी कहने लगी अब तुम लोग अपना काम करो मैं बाहर देखती हूँ. जीजाजी कह रहे थे तुम तो बहुत सेक्सी लगती हो. तुम्हारे स्तन तो काफ़ी बड़े है और वे दीदी के जाने के बाद बिना रूम बंद किए ही मेरी स्तन दबाने लगे.वह कह रहे थे की जब तुम्हारे दीदी ही है तो उससे छिपाना क्या. ऐसे तो साली तो आधी घर वाली होती ही हैं. लेकिन मैं तुम्हारे इच्छा के बिपरीत कुछ नही करूँगा.

मैं चुप चाप थी. मैं सोचने लगी की कही वे चले ना जाए. इससे अच्छा मौक़ा अब नही आने वाला मैं मुसकुराने लगी.जीजाजी समझ गए की मैं सहमत हू. वे अब मेरा ब्लोउज और ब्रा खोल दिए . मेरे चुचि को मसलने लगे . मैं भी अब सहयोग करने लगी थी. जीजाजी के लॅंड का उभार अब पैंट पैर दिखाई देने लगा था. मैंने उनका पैंट पैर हाथ डाला तो वे पैंट खोल दिए. अब उनका लॅंड बाहर निकल चुका था. मैं अपने हाथ से उनके लॅंड को सहालाने लगी. अपने पति का लॅंड से जीजाजी का लॅंड को तुलना कर रही थी. मन ही मन मैं सोचने लगी की मेरी दीदी कितनी लॅकी है की उसे ऐसे लॅंड वाला पति मिला है. कुच्छ देर तक मैं उनके लॅंड को देखती रही. इतने मे जीजा जी कहने लगे कैसा है मेरा हथियार. तुम्हारे पति का कैसा हैं. मैं कहने लगी, जीजाजी उनका तो खडा ही नही होता हैं. मैं महीनो से तरप रही हू. आपका लॅंड तो काफ़ी मोटा और बड़ा है. दीदी को तो बहुत दुखता होगा. उसी समय दीदी आगई. बोलने लगी अरे केवल देखते ही रहोगी.

मैं बोलने लगी दीदी इनका तो बहुत मोटा है, मैं नही सह पाऊँगी. दीदी कहने लगी हा, मोटा तो है लेकिन सहना ही पड़ेगा. पहली बार मुझे भी बहुत दर्द हुआ था. लेकिन अब तो मजा आता है. जीजाजी को दीदी कहने लग बेचारी तुम्हारा घोड़ लॅंड देख कर डर गई है. मेरे बहन को मत रूलाना. बेचारी अभी तक तो कुँवारी जैसे ही तो है.इतन कह कर वा फिर चली गई. जीजाजी अब मेरी साड़ी और पेटी कोट भी खोल दिए .वे मेरे बुर को चटने लगे. मुझे बेड पैर सूता दिए और अपना लॅंड मेरे बुर मे डाल कर चूसने के लिए कहने लगे. वे मेर उपर चढ़े हुये थे . अपनी जीभ से मेरी टिट चाट रहे थे. मुझे काफ़ी मजा आरहा था. मैंने भी दोनो हाथो से उनका सिर पाकर कर दबाने लगा. ज़ोर ज़ोर से लॅंड चूसने के लिए कह रहे थे. उनका लॅंड का स्वाद लेने मे मुझे भी मजा आरहा था.

इतने ही मे अपना पूरा लॅंड मुख मे अंदर तक धकेलने लगे. मुझे तो पहली बार इतना तगड़ा लॅंड मिला था. मैं मज़े से उनका लॅंड चुस रही थी और जीजाजी मेरे बुर चुस रहे थे. उसी समय मुख मे गरम गरम और नमकीन टेस्ट आने लगा. वे और ज़ोर से लॅंड अंदर किए. मुझे तो मजे का स्वाद आरहा था. कुछ देर तक और चूसती रही. वे बाहर लिए और बाथरूम मे चले गए. बाथ रूम से आने के बाद वे फिर मुझसे अपना लॅंड सहलवाने लगे. क़रीब ५ मिनट के बाद वे फिर तैयार होगए. जीजा जी का लॅंड फिर से पहले जैसे ही कठोर और मोटा होचुका था. इस बार वे मुझे पट सूता दिए. मेरे गाड़ मे थोडा थूक लगाए और एक अंगुली घुसा कर बाहर भीतर करने लगे. मैंने कहने लगी जीजाजी इसमे भी करोगे क्या. इसमे तो नही सहा जायगा. आज बुर मे ही कर लो. फिर कभी इसमे. जीजाजी नही माने और कहने लगे गाड़ लिए बिना मैं तुम्हारा बुर नही लूंगा. अगर मेरा शर्त मंज़ूर है तो बोलो नही तो छोड़ देता हूँ. मुझे तो आज चुदाई का भरपूर मजा लेना था. मैं चुप रही. मैं मुसकूरा दी और कहने लगी आप बहुत बदमश हो, आज मैं सब कुछ सहने को तैयार हूँ. जीजाजी

मोनिका मिश्रा की कुंवारी चूत

हाय! आय ऍम राजेश जिंदल मैं आज आप को अपनी लाइफ़ की पहली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं। मैं गुड़गांव में रहता हूं ये बात उस टाइम की है जब हमारे पड़ोस मैं एक नई लड़की अपने मामा के यहां रहने आयी। उस का नाम मोनिका था। वो बिहार की रहने वाली थी उसका रंग सांवला था पर उसके बूब्स एक दम सेब की तरह टाइट थे। उसके कूल्हे मस्त थे जब वो चलती थी तो उसके कूल्हों की उठा पटक देख कर गली के लड़कों के लंड चैन तोड़ने के लिये बेकरार हो जाते थे।
वो कभी २ हमारे घर टीवी पर मूवी देखने आ जाती थी। जब वो हमारे यहां आती थी तो मेरी नजरें सिर्फ़ उसके कूल्हों पर ही रहती थी। उसके बूब्स उसकी चोली को फाड़ने के लिये बेबस होते नजर आते थे। एक दिन हमारे घर के सभी लोग एक शादी में गये थे। मोनिका के घर वाले बिहार गये हुए थे। वो जाने से पहले मोनिका को हमारे घर ही रात को सोने के लिये बोलकर गये थे। उस दिन जब वो हमारे यहां आयी तब मैं अपने घर में इंगलिश मूवी देख रहा था, वो चुपचाप आकर मेरे पीछे खड़ी हो गई मैने उसे नहीं देखा, मूवी में चूदाई का सीन आ रहा था लड़का अपना लंड लड़की की गांड में दे कर चूदाई का मजा लूट रहा था, मैं भी अपने मोटे लंड को हाथों में लेकर बैठा था, मेरा लौड़ा टाइट होता जा रहा था, एक दम मेरे पीछे रखे गिलास की आवाज आयी तो मैने घूम कर देखा तो मोनिका मेरे पीछे खड़ी मूवी को बड़े ध्यान से देख रही थी उसकी आंखें बिल्कुल लाल हो रही थी मैने जल्दी से पास पड़े टावेल को उठा कर अपने लौड़े पर डाल लिया
वो भी सकपका गई, मैने उसको अपने पास बैठने के लिये बोला तो वो आकर बैठ गई, मैने उससे पूछा कि तुम कब आयी तो वो शरमाते हुए बोली कि जब हीरो हिरोइन को किस कर रहा था तब। मैं समझ गया कि उसने पूरी चूदाई देखी है मैने उसके हाथ को छुआ तो वो पूरी कांप रही थी, मेरे हाथ पकड़ने का उसने कोई विरोध नहीं किया, मैं समझ गया कि आज तो जिंदगी का मजा लूटा जा सकता है। मैने उससे पूछा कि आज हमारे यहीं रूकोगी क्या क्योंकि आज हमारे यहां भी कोई नहीं है, मैं ये जानना चाहता था कि उसके मन मैं क्या है तो वो बोली कि मुझे अकेले डर लगता है, मैं खुश हो गया मेरा लौड़ा चोदने के लिये बेकरार था, उसने लाल रंग की डीप गले की चोली पहन रखी थी उसके बूब्स ऊपर से बाहर झांक रहे थे, वो बहुत सेक्सी लग रही थी
मैने उसको खाने के लिये स्वीट्स दी, रात काफ़ी हो चुकी थी मैने टीवी का चैनल नहीं बदला था थोड़ी देर बाद फिर चूदाई के सीन आये तो मैं उसकी तरफ़ देखने लगा, उसकी आंखें सेक्स से भरी नजर आ रही थी, हीरो ने जैसे ही अपना लौड़ा बाहर निकाला तो उसके मुंह से उफ निकला मेरा लौड़ा भी टाइट हो रहा था, मैने उसके कंधों पर अपना हाथ रखा तो वो बिल्कुल मेरे करीब आ गई, मेरे हिम्मत बढ़ गई मैं अपने हाथ को धीरे २ उसके टाइट बूब्स के उप्पर ले जाकर उनको सहलाने लगा उसके मुंह से मीठी २ आवाजें आने लगी। मैने उसकी चोली को धीरे से ऊपर सरकाना शुरु कर दिया नीचे उसने ब्रा भी नहीं पहन रखी थी। वो मस्त होती जा रही थी। वो बोली कि मुझे डर लग रहा है, मैने पोछा क्यों जान, तो वो बोली कि मैने आज तक सेक्स नहीं किया है मैने सोचा कि मुझे बना रही है, मैं बोला की डरो मत मैं सिखा दूंगा।
मैने उसकी चूत पर अपना हाथ रख दिया तो देखा उसकी चूत ने पानी छोड़ रखा था मैं धीरे २ उसकी चूत को सहलाने लगा उसने मुझे बाहों में भर लिया मैने उसकी कच्छी को उतार दिया वो शर्मा गई, फिर मैने उसको कहा कि अब वो मेरे कच्छे को उतार दे वो शर्मा गई तब मैने अपने लंड को आजाद कर लिया। वो मेरे लंड को प्यासी नजरों से देखने लगी और बोली कि ये तो बहुत मोटा है मेरी चूत तो फट जायेगी, मैने कहा रानी ये तुझे जवानी के मजे देगा, वो बोलि कि अब मैं क्या करूं तो मैने कहा कि जिस तरह हिरोइन कर रही वैसे ही कर. उसने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और हिलाने लगी फिर धीरे से लौड़े को अपने मुंह में लेने लगी मेरा लंड इतना मोटा था कि उसके मुंह में नहीं आ रहा था, वो उसे चाटने लगी मेरा लंड बार २ हिल रहा था उसको लंड चाटने में मजा आ रहा था वो बोली कमल ये इतना मस्त लग रहा है कि दिल कर रहा है कि इसको खा जाऊं, मैं कहा कि जान अगर तो इसको खा जायेगी तो मैं तुझे कैसे चोदूंगा ?
फिर धीरे २ उसने लंड के टोपे को मुंह में ले ही लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी मैं अब उसकी चूत में अपनी उंगली डालने के लिये चूत पर घुमाने लगा उसकी चूत पर छोटे २ बाल थे उसकी चूत बिल्कुत उभरी हुई थी पर मेरी उंगली उस चूत में नही बढ़ी तो मैं समझ गया कि वो बिल्कुल नई है, मैं बहुत खुश हुआ कि आज तो कुंवारी चूत की सील तोड़ने का मौका मिल ही गया मैने उसको बाहों में उठा लिया और बेडरूम में ले गया उसको बड़े प्यार से बेड पर लेटा दिया, अब हम दोनो बिल्कुल नंगे थे उसके कूल्हे वास्तव मे जैसे बाहर से दिखते थे उससे भी कहीं ज्यादा गोल और टाइट थे, मैने उससे कहा कि अपनी टांगे चौड़ी कर ले उसने वैसा ही किया, अब मेरा लौड़ा उसकी सील तोड़ने के लिये मस्त हो रहा था
मैं अपने लंड को पुश किया कुंवारी चूत से भिड़ाया तो वो मस्ती से हिल पड़ी मैं शोट लगाने को बिल्कुल तैयार था, मेने अपने लौड़े को उसकी चूत में थोड़ा सा लगा कर अन्दर किया तो वो चिल्ला पड़ी कि हाय मेरी चूत फट जायेगी तब मैने अपने लंड को वापस बाहर निकाल कर उस पर क्रीम लगाई अब वापस लौड़ा उसकी चूत में डालने लगा वो दर्द से तड़प उठी वो अपने कूल्हों को हिलाने लगी तो मैने कहा कि जान बस एक बार थोड़ा सा दर्द होगा फिर जिंदगी भर तुम लंड के मजे ले सकती हो, वो बोली कि आज तो मैं मजे लेकर रहूंगी, उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया मेरे लौड़ा ८ इंच का है मैने धीरे २ लौड़े को चूत में डालना शुरू किया २ शोट मारने पर लंड का टोपा उसकी मस्त चूत में घुस गया वो दर्द से तड़प गई मैं २ मिनट के लिये वैसे ही लेटा रहा उसने अपनी चूत को जैसे ही थोड़ा ढीला किया मैने एक जोर का हिट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ पूरा घुस गया।
वो बुरी तरह चिल्ला उठी हाय मार डाला उसकी चूत से गरम २ खून आने लगा शायद उसने नहीं देखा, मैं कुछ देर रुक गया, थोड़ी देर में उसने अपने कूल्हे हिलाने शुरू कर दिये तो मैं समझ गया कि अब दर्द कम हो रहा है बस फिर मैं अपने लंड को हिलाने लगा उसकी चूत में मेरा लंड टकराने लगा वो कस २ कर लंड का स्वाद लेने लगी मैं २० मिनट तक उसकी चूत को अपने लंड से चोदता रहा अब वो भी पूरे मजे ले रही थी। मेरा लंड टाइट चूत में टकरा २ कर घायल हो गया। उसकी मस्त चूत ने पानी छोड़ दिया उसकी चूदाई में मुझे बहुत मजा आ रहा था मेरा लंड उसकी चूत को नहलाने को तैयार था। मेरे लंड की तेज पिचकारी ने उसकी चूत को पूरा भर दिया, उसने अपनी टांगें जब तक ढीली नहीं की जब तक मेरे वीर्य की लास्ट बूंद नहीं निकल गई
अब हम दोनो अलग हो गये तो वो बहुत खुश नजर आ रही थी लिप किस कर वो बोली कि राजा आज तूने मुझे लड़की होने का मजा दे दिया आज मैं पूरी रात इस मजे को लूंगी, मैने भी कह दिया कि तेरी सील बहुत टाइट थी पर मेरे इस लंड ने आखिर उसे फाड़ ही दिया। वो बोली कि तेरा लंड नहीं ये तो हथौड़ा है ये दीवार में भी छेद कर दे ये तो मेरी कुंवारी चूत थी। फिर वो रसोई में जाकर दूध ले आयी हम दोनो ने दूध पिया जब तक उसने चादर को बदल दिया बोली कि इसे बाद में धोउंगी पहले लंड का और मजा तो ले लो। मैं बाथरूम मैं जाकर अपने लंड को धो आया, आज मैं बहुत खुश था, वापस आते ही उसने मेरे लंड को मुंह में ले लिया। वो बोली कि आज इसने मेहनत की है देखू लाल हो गया है थोड़ी देर में मेरा लंड फिर चूदाई के लिये तैयार था। इस बार मैने उस को डोगी स्टाइल में चोदा वो आज बहुत खुश थी यारों क्या बताउं कि जिंदगी में मैने ऐसी चूदाई पहली बार की मजे की बात तो ये थी कि वो और मैं ३ दिन तक अकेले रहे। हुम दोनो ने तीन दिन और तीन रात मैं १५ बार सेक्स का मजा लिया उसके बाद वो अपने घर बिहार वापस चली गई पर दोबारा आने को कह गई। अब इन्तजार है कि अगले महीने वो आयेगी तो आगे की कहानी फिर आने पर सुनाउंगा मेरी आप बीती आप को कैसी लगी

मामी के साथ अनोखी दास्तान

दोस्तो ! मै राज आगरा, उत्तरप्रदेश से, आज आपको एक असली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं।

आज से लगभग 6 साल पहले जब मेरी उम्र 20 साल कि थी तब एक दिन मेरे घर मेरे मामा और मामी आये। वे मधयप्रदेश में रहते थे लेकिन कुछ कारणों से उन्होंने अपना शहर छोर दिया औए वो हमारे घर आ गये। मेरी मामी गोरी चिटटी, चौड़ी कमर और भरे बदन की थी। जब मैने उन्हें पहली बार देखा तो देखता ही रह गया और उन्हें कैसे चोदूं यह सोचने लगा। मेरे मामा को काम की तलाश थी तो मेरी मां ने कहा कि तुम मामा के लिये कोई नोकरी तलाश करो। मैने मामा के लिये एक अच्छी नोकरी तलाश ली। मामा नौकरी पे जाने लगे। इधर मामी अकेली रहती थी और मै भी घर मे अकेला रहता था। इस बीच हम दोनो खूब घुल मिल गये थे। मै मामी से मजाक भी कर लेता था।

एक दिन वह कपड़े धो रही थी। मामी के स्तन दिख रहे थे। गोरे गोरे बूब्स देख कर मै उत्तेजित हो गया। तभी मामी की नज़र मुझ पर गयी लेकिन मुझे पता नहीं चला। उन्होंने कुछ नहीं कहा और वो अपना काम करती रही। शायद उन्होंने मेरा इरादा भांप लिया था। मै मन ही मन उन्हें चाहने लगा था। ख्वाबों मे उन्हें चोदने लगा था।

एक दिन मामी ने कहा कि तुम मेरी भी कहीं नौकरी लगवा दो। मैने उन्हें एक स्कूल मे टीचर की नौकरी दिला दी। अब मामी स्कूल जाती थी और मै घर मे अकेला रहता था। मुझे मामी की कमी महसूस होती थी। मामी शायद समझ रही थी।

एक दिन बिजली नहीं आ रही थी। हम सब लोग उपर छत पर आ गये, तभी मामी भी आ गयी। मै उन्हें देख कर दूसरी छत पर चला गया जहां कोइ नही था। मामी भी वहीं आ गयी और मेरे हाथ पे हाथ रख कर कहा कि मै तुम से दोस्ती करना चहती हूं। यह सुन कर मै एक दम चौंक गया। मैने पूछा कि सिर्फ़ दोस्ती या और कुछ तो वो शरमा गयी, बोली सच तो यह है कि मै तुम से प्यार करती हूं। मैने पूछ कि इस प्यार की सीमा क्या होगी, तो वह बोली तुम सब जानते हो और वह शरमा के चली गयी।

अब हम दोनो एक दूसरे को किस कर लेते थे और छिप कर एक दूसरे के अंगों को छू भी देते थे। उनके बूब्स और जांघ भी मै हाथ से सहला देता था। लेकिन चोदने की हिम्मत नही कर पा रहा था। कैइ बार मैने उन्हे नहाते हुए नंगा भी देखा है। उन्हें भी पता था कि मै देख रहा हूं फ़िर भी वो मुस्करा के शरमा जाती थी। एक दिन घर के सब लोगों को कहीं बाहर जाना था लेकिन मै नहीं गया। मम्मी ने भी ज्यादा जोर नहीं दिया क्योंकि मामी के कारण खने पीने की कोइ परेशानी नहीं होनी थी। दो दिन गुजर गये, कोइ मौका नहीं मिला। अगले दिन से मामा की चार दिन रात की डयूटी थी तो मै मन ही मन खुश हुआ कि आज तो मामी को चोद के रहुंगा। उस रात मामा 9 बजे चले गये और मामी से कहा कि तुम रात को जिम्मेदारी से ताले आदि लगा कर सोना। मै अपने कमरे मे जाकर सोने का नाटक करने लगा। घर के सारे काम खत्म कर से मामी 11 बजे मेरे कमरे मे आयीऔर बोली- सो गये क्या? मैने कहा- नहीं। वो मेरे पास बैठ गयी और प्यार से मेरे सिर में हाथ फ़ेरने लगी।

उन्होंने प्यार से मुझे देखा तो मुझ से रहा नहीं गया और मैने उन्हें पकड़ के बिस्तर पर लिटा कर अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिये। बहुत देर हम एक दूसरे को प्यार करते रहे तो मामी उत्तेजित हो गयी। मैने उनकी सारी जान्घों तक कर दी। उनकी जांघे गोरी थी। मैने उनकी जांघों को चुमते चूमते अपने होंठ उनकी चूत पर रख दिये और जीभ से उनकी चूत सहलाने लगा तो उन्हें एकदम झटका लगा और बोली राज ये तुम क्या कर रहे हो? हाथ से मै उनके बूब्स सहलाने लगा। मामी कराहने लगी। मामी को इतना मज़ा शायद कभी नही आया होगा। उन्होंने टांगें चौड़ी कर दी और मेरे बालो को सहला कर बोली- राज मै पागल हो जाउंगी, बहुत मजा आ रहा है।

मै भी उनके चूत के दाने को अपनी जीभ से सहला रहा था। कुछ देर बाद वो बोली - खुद ही सब कुछ करोगे या मुझे भी करने दोगे? यह कह कर उन्होंने मेरी पैन्ट उतार दी, फ़िर एकदम मेर कच्छा उतार कर मेरा लन्ड मुंह मे ले कर चूसने लगी और बोली-तुम्हारा तो काफ़ी बड़ा है। मुझे मजा आ रहा था। मै उनकी चूत में उन्गली डाल कर आगे पीछे कर रहा था। कुछ देर बाद मामी बोली-राज जल्दी करो ! अब रहा नहीं जा रहा! चोदो मुझे!

मैने मामी की चूत में लन्ड लगाया और जोर से धक्का लगाया तो मामी कि चीख निकल गयी और बोली धीरे करो। मै मामी के गोरे गोरे बूब्स चूसने लगा। मामी मेरी बांहों मे सिमटी जा रही थी और प्यार से मेरे शरीर पे हाथ फ़ेर रही थी, कह रही थी- ओह राज ! मजा आ रहा है। ऐसे ही करो! करते रहो ! पूरा अन्दर डालो- फ़ाड़ दो मेरी चूत आह ! करो- जोर से करो- करते रहो। कुछ देर बाद मैने मामी से कहा कि मै झड़ने वाला हूं तो उन्होंने कहा कि लन्ड चूत से निकाल कर मेरे मुंह मे दे दो। मैने लन्ड उनके मुंह मे डाल दिया। वो मेरा लन्ड चूसने लगीऔर मेर पानी भी मुंह मे ले लिया। उस रात मैने मामी को तीन बार चोदा और पूरी रात हम नंगे ही लेटे रहे। कभी वो मेरे लन्द से खेलती तो कभी मै उनकी चूत और बूब्स से। उसके बाद करीब दो साल तक मै मामी को रोजाना चोदता रहा।

अब वो मेरे घर नहीं रहती हैं। लेकिन मै उनके साथ बिताये खूबसूरत पलों को याद करके उन्हें आज भी याद कर लेता हूं

भाभी की जमकर गांड मारी

मैं शर्मीला हीरो पटना बिहार से एक स्टोरी लेके आया हूं। जवान औरत से सेक्स करना और औरत को चोदना हर जवान लड़के का सपना होता है। मेरा भी था कि किसी अल्हड़, मस्त, जवान औरत की गांड और चूत मारी जाये और उसकी गांड में ज़बान डाल कर उसका रस चखा जाये। औरत की भरी-भरी कसी-कसी उठान लिये ब्लाउज़ में कैद दूध से भरी चूचियां हमेशा हिलते हुए मुझे अपनी ओर अकार्षित करती और मैं उनको दबाने के सपनो में खो जाता कि कब ब्लाउज़ के बटन खोल उन चूचियों को आज़ाद करुंगा, ब्लाउज़ के हुक खोल कर, ब्रा को हटा कर, दोनो चूचियां अपने हाथों में लेकर दबाउंगा। कब औरत के बूब्स, स्तन मेरे हाथों में आयेंगे? कब मैं भी उन निप्पलों को मुंह में लेकर पी पाउंगा? मोहल्ले की हर जवान, गोरी, सुन्दर और प्यारी भाभी के बारे में सोचता रात को ये कितना मज़ा लुटवाती होंगी और लंड की सवारी कर रोज़ जन्नत घूमने जाती होंगी। हर भाभी भी मुझसे बहुत घुली-मिली थी, कभी भी कोई काम होता तो उनका ये देवर हमेशा काम करने को तैयार रहता था।
एक बार मेरे एक दूर के भैया हमारे यहां अपनी बीवी के साथ रहने आये। बात एक रात की है कि मुझे गरमी के कारण नींद नही आ रही थी। हम ऐसे ही बाहर आंगन में निकल आ गये। सामने बेडरूम की खिड़की से हल्की ट्यूब लाइट की रोशनी बाहर आ रही थी क्योंकि खिड़की के कांच पर कपड़ा पड़ा था। परन्तु खिड़की का एक दरवाज़ा हल्का टेढ़ा खुला था ताकि साफ़ हवा कमरें में आ जा सके। मैने सोचा ये भैया क्या पढ़ रहे हैं? मैने बस हल्के से दबे पांव पास जाकर खिड़की के नीचे से अन्दर देखा तो मेरी सांस जैसे रुक गयी। भाभी पूरी नंगी होकर पेट के बल लेटी थी और उनकी मस्त, मांसल गांड ऊपर की ओर थी। भैया उनकी पीठ पर सरसों के तेल से मसाज कर रहे थे साथ-साथ वो उनके चुतड़ की भी मसाज कर रहे थे। भाभी हल्के-हल्के मुंह से अह्हह्हह्हह।।।स्सस्सस्स। अह्हह्हह।। कर रहीं थी। ह्हह्हह्हह्हम्मम्मम्म।।म्मम्मम्मम्म।।ऊऊ। और जब भैया तेल लगा कर अपनी उंगली भाभी के चूतड़ को फैला कर गांड में अन्दर घुसा डालते तो भाभी कह उठती, "धीरे-धीरे डालो बाबा दर्द होता है।" भैया लुंगी पहने अपने दोनो हाथो से उनके ऊपर जांघो पे बैठ कर दोनो चूतड़ों की मालिश कर रहे थे। गांड की मालिश से भाभी बहुत खुश नज़र आ रही थी। भाभी के उल्टा हो लेटने से मैने देखा, कि भैया हल्के से लेट कर पीछे से उनकी गांड में अपनी ज़बान भी लगा रहे थे, जिस से भाभी आआह्हह।।। ऊ।। करती जाती फिर पीछे से ही भैया ने भाभी के जांघों को को फैलाया जिससे उनकी चूत भी दो फांकों में बंट गयी और

Hindi Sex Storys New सर की बीवी

मैं रोहित। मैं आप सब के सामने पहली बार एक स्टोरी पेश करने जा रहा हूं। उम्मीद है यह स्टोरी मेरे सभी पढ़ने वालों को बेहद पसंद आयेगी। और खास कर लड़कियों और आंटियों को। तो सबसे पहले मैं अपना परिचय दे दूं। I am Rohit from KOLKATA, Bengal. मुझे class X से ही सेक्स करने की इच्छा बहुत ज़ोर की थी। मैं हमेशा एक शादी शुदा औरत के साथ ही पहली बार सेक्स करना चाहता था क्योंकि वो बहुत एक्सपेरिएंस और सहयोगी होतीं हैं।

बात उस समय की है जब मैं Std. XII में पढ़ा करता था। मैं अंगरेजी के ट्युशन के लिये एक सर के घर जाता था। हम लोग 5 दोस्त एक साथ जाते थे। टीचर हम सब को दोपहर 3 बजे बुलाते थे और 5 बजे छोड़ते थे। हम लोग रोज ट्युशन जाते थे। सर भी शादी शुदा थे और सर की बीवी एक दम मस्त थी और बहुत ही खूबसुरत थी। जिस दिन से मैने उसे देखा था, मैं बस उसी के बारे में सोचता था। उसका नाम रूपा था। वो एक बंगाली टीचर था। मैं आपको बता दूं कि रूपा every afternoon अपने बेडरूम में सोती थी और सर हमें होल मे पढ़ाते थे। उसके उठने का समय 4.30 pm था। वो हर रोज 4.30 के लगभग सो कर उठती थी और गाउन पहन कर बाथरूम के लिये जाती थी जो एक कोमन बाथरूम था, होल में। हम जहां पढ़ते थे वो प्लेस बाथरूम के जस्ट पास ही था। और वो टोइलेट करती थी तो उसका मूत इतना प्रेसर के साथ निकलता था कि उसकी आवाज़ हमारे कानों तक जाती थी। बस यही तमन्ना मन में होती थी कि एक बार उसके साथ सेक्स करने को मिल जाये तो ज़िंदगी हसीन हो जाये।

ऐसे ही दिन गुज़रते गये, और कुछ दिन बाद हमारे सर जो वहां के एक स्कूल में टीचर थे, उनका ट्रांसफ़र हो गया। तभी सर ने हमें कहा कि उनका ट्रांसफ़र हो गया है इस लिये हम किसी और टीचर का बंदोबस्त कर लें। फ़िर सर ने एक ओप्शन और रखा कि उनकी बीवी भी वोही सब्जेक्ट पढ़ाती है, अगर हम चाहे तो उनसे ट्युशन ले सकते हैं। क्योंकि सर का transfer tremporary basis पर हुआ था और उन्हें अभी फ़ैमिली ले जाने का ओर्डर और फ़्लैट नहीं मिला था। इस लिये सर अकेले जा रहे थे।

मेरे सभी दोस्तों ने मना कर दिया और दूसरे टीचर को ज्वोइन कर लिये। मगर मैं रूपा मैडम से ट्युशन लेने को राजी हो गया। सर ने भी मुझे थेंक्स कहा। जब सर जाने लगे तो उन्होने मुझे कुछ बाते बताईं कि मैं अपनी टीचर का ध्यान रखुं, अगर उन्हे कोई चीज़ चाहिये तो उन्हे ला दूं,। और मैने सर को भरोसा दिलाया कि मैं ऐसा ही करुंगा। फ़िर सर चले गये। मैडम घर में एक दम अकेली। उनको कोई बच्चा भी नहीं था। फ़िर मैं मैडम से ट्युशन लेना शुरु कर दिया और कुछ ही दिन में मैं मैडम का दोस्त भी बन गया और मैडम मेरी दोस्त बन गयी। मैं मैडम का बहुत ख्याल रखता था और मैडम मुझे एक स्टुडेंट की तरह बहुत प्यार भी करती थी। धीरे धीरे 1 महीना बीत गया। फ़िर एक दिन मैने मैडम से कहा मैडम आपको सर की याद नहीं आती, मैडम ने कहा याद तो बहुत आती है मगर कोई और रास्ता भी तो नहीं है। फ़िर मैने मैडम को हिम्मत करके कहा मैडम एक बात पूछूं तो मैडम ने कहा तुम मुझसे कुछ बोलो उससे पहले मैं तुम्हे एक बात बोलना चाहती हूं। तो मैडम ने कहा कि “जब हम दोनो एक दूसरे का इतना ख्याल रखते हैं और दोस्त भी हैं तो फ़िर आजसे तुम मुझे मैडम नहीं बल्कि रूपा बोलोगे। और वैसे भी तुम पूरे दिन मेरे घर में ही तो रहते हो इसलिये मुझे मैडम सुनना अच्छा नहीं लगता।” मैं राज़ी हो गया। फ़िर रुपा ने कहा कि तुम कुछ पूछ रहे थे तो मैने बहुत हिम्मत कर के कहा कि रुपा …। फ़िर मैं चुप हो गया और आधी बात में ही रुक गया। तो रुपा बोली क्या बात है और मैने कुछ नहीं कहा। फ़िर उसने मुझे अपनी कसम दी और बोली कहो ना नहीं तो मुझसे बात मत करना और मुझसे ट्युशन भी मत पढ़ने आना। मैने फ़िर कहा कि तुम बुरा तो नहीं मानोगी तो उसने कहा नहीं फ़िर मैं बोला कि तुम्हे क्या सेक्स करने का मन नहीं करता। ऐसा केहने पर रुपा चुप हो गयी और मेरी तरफ़ आश्चर्य से देखी। मैं डर गया था और मैने उसे सोरी कहा तो उसने कहा कि तुम्हे सोरी नहीं बल्कि मुझे तुम्हे थैंक्स कहना चाहिये। तुम्हे मेरा कितना ख्याल है और मेरे पति को मेरा ज़रा सा भी ख्याल नहीं। और उसने मुझे मेरे गाल पर एक किस दिया। फ़िर हमने साथ में डिनर किया और मैं अपने घर चला गया। फ़िर कुछ दिन बाद, मैं एक दिन रुपा के घर गया मगर वो घर में दिखाई नहीं दे रही थी। मैं हर एक रूम देख रहा था मगर वो कहीं नहीं थी फ़िर मैने एक बाथरूम का गेट खोला और मैने वो देखा जो मैने कभी सोचा भी नहीं था। बाथरूम का गेट लोक नहीं था और जैसे ही मैने गेट खोला तो देखा कि रुपा अपने बाथरूम के कमोड पेन में बैठी थी। उसका गाउन, ब्रा और पेंटी पास ही में रखी थी। वो एक दम न्युड थी और उसने अपने लेफ़्ट हैंड की तीन उंगलियां अपनी चूत में घुसा रखी थी और राइट हैंड से अपनी चूची को दबा रही थी। उसकी आंखें बंद थी और वो मज़ा ले रही थी। मैं करीब 5 मिनट तक बिना कुछ कहे उसे देखता रहा। मेरा लंड पूरा खड़ा और हार्ड हो गया था और मेरा मन कर रहा था कि अभी उसे चोद दूं। मगर मैने अपने आप को सम्भाल कर रखा। कुछ देर बाद मैने कहा “रुपा - यह क्या!” रुपा बिल्कुल डर गई और अपनी उंगली बाहर निकाल कर अपने गाउन से अपने जिस्म को ढकने लगी और मेरी तरफ़ देखती हुई अपने रूम में चली गयी। मैं होल में एक सोफ़े पर बैठ गया। कुछ देर बाद वो कपड़े पहन कर बाहर आयी और मेरे पास बैठ गयी और कहने लगी “तुम्हे क्या पता एक शादी शुदा औरत इतने दिन अपने पति के बगैर कैसे रह सकती है। सेक्स तो हर एक को चाहिये” और ऐसा कह कर मुझ से लिपट कर रोने लगी। फ़िर मैने उसे सम्भाला। फ़िर उसने मुझे यह बात किसी से नहीं कहने को कहा, उसके पति से भी नहीं। मैं राज़ी हो गया। फ़िर मैने कहा कि अगर तुम्हे सेक्स कि इतनी ही चाहत है तो मैं तुम्हारी यह चाहत पूरी कर सकता हूं। ऐसा कहने पर वो और ज़ोर से मुझसे लिपट गयी और मुझे फ़िर से एक चुम्मी दी और कहा “सच? क्या तुम मुझे प्यार करोगे। और मेरे पति को भी नहीं बताओगे। तुम कितने अच्छे हो”। ऐसा कह कर वो मुझे चूमने लगी और मैं भी उसे कस कर अपनी बाहों में दबाने लगा। और कुछ देर तक हम वैसे ही रहे। फ़िर मैं जाने की लिये उठने लगा तो उसने कहा कहां जा रहे और। मुझे कब प्यार करोगे। मैने कहा मैं शाम को 8 बजे आउंगा। और फ़िर चला गया।

मैं शाम को उसके घर पहुंचा और अंदर गया तो देखा कि उसने एक बहुत ही सुंदर ट्रांसपेरेंट साड़ी पहन रखी है। उसकी बड़ी बड़ी चूची उसके ब्लाउज से बाहर आने को तड़प रही थी। उसका पेट पूरा दिखाई दे रहा था। क्योंकि वो शादी शुदा थी, उसका जिस्म पूरा हरा भरा था। और मुझे ऐसी ही औरत अच्छी लगती थी। उसकी कमर बड़ी बड़ी थी और गोल भी थी। वो पूरी गोरी नहीं थी पर उसका रंग बहुत ही मस्त था। वो बहुत ही सुंदर और गरम औरत थी। उसका होंठ बड़े बड़े और आंख मोटी मोटी थी। उसकी उंगली लम्बी लम्बी थी। वो सर से पैर तक चोदने लायक थी। उसे देख कर ऐसा लगता था जैसे वो चुदवाने के लिये बिल्कुल तैयार है। वो मुझे अपने कमरे में ले गयी और अपना बेडरूम लोक कर लिया। उसके बाल खुले थे। मैने उसे कहा, कि आज मैं उसे हर तरह से खुश और उसकी सेक्स की गरमी को थंडा कर दूंगा। वो मुस्कुरा कर बोली चलो देखते हैं। उसके ऐसा कहने पर मेरा लंड और गरम हो गया। और मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके होठों को चूमने लगा। फ़िर मैने उसे बेड पर बिठाया और उसके पेट पर अपना हाथ फ़ेरने लगा। वो भी फ़िर जोश में आने लगी और मेरे सिर के बाल को सहलाने लगी। मैने उसकी चूंचियों को अपने एक हाथ से जोर से पकड़ लिया और दबाने लगा। वो पहले तो थोड़ा दर्द से कंराहने लगी फ़िर शांत हो गयी और मैं उन्हे दबाता रहा और ऐसा करते करते उसके साड़ी के पल्लू को ऊपर से गिरा दिया। और धीरे धीरे उसकी साड़ी खोल दी। वो अपने लहंगे में और ब्लाउज में थी। फ़िर उसने मेरे शर्ट और पैंट को उतार दिया। मैं सिर्फ़ अंडरपैंट में था। उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे ऊपर सो गयी और मेरी छाती को चूमने और चाटने लगी। उसके ऐसा करने पर मुझे लगा कि ये पूरी अनुभवी है। और मुझे फ़िर उसके चूत की गर्मी का भी अंदाजा हो गया। वो मुझे कुछ देर तक चूमती रही और कहा कि तुम मेरी चूची का मज़ा नहीं लेना चाहते और ऐसा कहते कहते उसने अपना ब्लाउज उतार दिया। उसकी दोनो बड़ी बड़ी चूची को देख कर मैं हैरान रह गया। उसके निप्पल ब्राउन रंग की थे और उसकी चूची का रंग बिल्कुल गोरा था। मैने उसे एकबार में बेड पर लिटा दिया और उसके उपर चढ़ कर उसकी एक चूची को चूसने लगा और दूसरी को दबाने लगा। वो ज़ोर से आहैं भरने लगी और मुझे और ज़ोर से दबाने को कहा। मैने ऐसा ही किया। उसने मेरे सिर को पीची से पकड़ कर जोर से अपनी चूची पर रगड़ने लगी। ऐसा लगता था जैसे वो अपनी पूरी चूची मेरे मुंह में भर देना चाहती हो। कुछ देर बाद मैने उसके लहंगे का नाड़ा खोल दिया और उसे उतार कर फ़ेंक दिया। वो एक सुंदर फूलों वाली गुलाबी रंग की पेंटी पहनी हुई थी। उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि अभी अपना गरम लंड उसकी चूत में घुसा दूं। उसकी गोरी जांघे मोटी मोटी और अच्छी शेप में थी। मैने उससे पूछा कि तुम अपने पति के साथ सेक्स कैसे करती हो, तो उसने कहा कि वो मुझे ज्यादा मज़ा नहीं देते। मेरी चूची को कुछ देर चूसते हैं और अपना लंड मेरी चूत में डाल देते हैं और कुछ ही देर में झड़ जाते हैं। मुझे तो झड़ने का मौका ही नहीं मिलता। तुमने मुझे जिस दिन बाथरूम में उंगली करते देखा था वो तो मैं उनके होते हुए भी करती हूं। मैने कहा और कुछ नहीं करती हो। उसने कहा और होता ही क्या है। तो मैने उसे कहा कि तुम्हे तो अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है। उसने कहा सच, अगर ऐसा है तो जल्दी करो न। और ऐसा कहने पर मैने उसकी पेंटी को धीरे धीरे उतार दिया। मैने उसे बिल्कुल नंगी कर दिया था। मैने पहलि बार किसी औरत की चूत को ऐसे देखा था। उसकी चूत बिल्कुल कड़ी थी। उसपर हल्के हल्के ब्राउन रंग के बाल चारों तरफ़ थे। मैने फ़िर अपना अंडरपैंट उतारा तो मेरा भी मोटा और 7” लम्बा लंड देख कर वो बोली कि ऐसे लंड से चुदवाने का मज़ा मुझे पहली बार आयेगा। मैने कहा इसे टेस्ट करना चाहोगी। उसने कहा मुझे घिन आयेगी। तो मैने कहा कर के तो देखो। फ़िर मैने उसे बिना कुछ कहे उसके दोनो पैर को चौड़ा किया और उसके पैरों के बीच बैठ कर उसकी चूत में एक चुम्मी दे दी। ऐसा करने पर उसने कहा, तुम ऐसा मत करो। तुम्हे घिन आयेगी। मैने कहा, इसी में तो सारा मज़ा है। और फ़िर मैने उसे अपनी जीभ से चाटना शुरु किया और उंगली से उसको फ़ैलाने लगा। ऐसा करने पर उसे बहुत दर्द हो रहा था। उसने मुझे ऐसा नहीं करने को कहा मगर मैं कहां सुनने वाला था। वो जोर जोर से सिसकियां भर रही थी। और मैं पूरे जोर से उसके चूत को चूस रहा था। उसके चूत में एक बहुत ही सुंदर खुशबू आ रही थी। उसकी चूत बहुत गरम थी। मैं करीब 15 मिनट तक उसकी चूत को चूसता रहा। कुछ देर बाद उसे अच्छा लगने लगा। मैने उससे पूछा अब कैसा लग रहा है तो उसने कहा अब कुछ अच्छा लग रहा है। मैने फ़िर अपनी दो उंगली उसके गरम चूत में घुसा दी मगर उसकी चूत इतनी कड़ी थी कि वो अंदर नहीं जा रही थी। मैं आप सब को एक बात बता दूं। मैं बहुत सारी ब्लु फ़िल्म देखता हूं और मुझे मालूम है कि किस लड़की को किस तरह चोदना चाहिये। तो चूंकि उसकी चूत में मेरी उंगली नहीं जा रही थी तो मैने उसकी चूत पर अपना थोड़ा सा मूत गिरा दिया। उसने पूछा ये क्यों तो मैने कहा ये इसलिये ताकि तुम्हे दर्द नहीं हो। और ऐसा करने पर उसकी सूखी चूत गीली हो गयी और मेरी उंगली आसानी से अंदर चली गयी और मैं उसे जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा। ऐसा करते करते उसका जिस्म काँपने लगा और उसने कहा कि तुम अपना मुंह और उंगली वहां से हटा लो, मैं अब झड़ने वाली हूं। मैने कहा मैं उसे पीना चाहता हूं इतना कहते कहते वो झड़ गयी और मैं उसके पूरे रस को पी गया और एक बूंद भी नहीं गिराया। उसने कहा तुमने मुझे बहुत संतुष्ट किया है और मैं भी अब तुम्हारा लंड चूसना चाहती हूं। उसने भी मेरा लंड अपने मुंह में लिया और उसकी चमड़ी को पीछे करके उसके अंदर वाले सेंसिटिव पार्ट को अपने जीभ से रगड़ने लगी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। वो मेरा पूरा 7” लम्बा लंड अपने मुंह में लेना चाहती थी। उसके चूसते कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था इस लिये मैने अपना लंड उसके मुंह से निकालना चाहा मगर वो भी वही करना चाहती थी जो मैने किया मगर मेरे थोड़ा तनने से मेरा लंड उसके मुंह से बाहर निकल गया और मैं वहीं झड़ गया और मेरा सारा रस उसके पूरे मुंह में पिचकारी की तरह छिटक गया, कुछ उसके होठों पर, कुछ उसके गाल पर और चारों तरफ़। वो उस पूरे रस को अपने होठों और उंगली से चाटने लगी और उसका पूरा मज़ा लेने लगी।। फ़िर उसने मुझे थेंक्स कहा और मेरे लंड को अपने होठों से चाट कर साफ़ कर दिया। और अब मुझे अपना लंड चूत में घुसाने को कहा। मैने ऐसा ही किया। मैने धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत में घुसाने लगा मगर उसके घुसने से पहले ही वो चीख पड़ी। फ़िर मैने थोड़ा और जोर लगाया और 4” उसके चूत में डाला। उसका दर्द और बढ़ गया। वो और जोर से छटपटाने लगी और मुझे बस करने को कहा। उसने कहा “मेरे पति का लंड तो सिर्फ़ 5” का ही है और अब मैं तुम्हारा 9” लम्बा लंड कैसे घुसाउंगी।” मैने कहा तुम उसकी चिंता मत करो और एक और झटका लगाया और मेरा 7” लंड उसकी चूत में समा गया। उसकी आंखों से आंसू निकल पड़े मगर मैं रुका नहीं और धीरे धीरे पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया। उसकी चूत बहुत गरम थी। मैं अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा। कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी। वो अपनी कमर को मेरे साथ साथ आगे पीछे करने लगी। चूंकि हम दोनो अभी अभी झड़े थे इसलिये दोबारा इतनी जल्दी झड़ना मुम्किन नहीं था। इस लिये मज़ा और ज्यादा आने लगा। ऐसा करते करते कुछ देर बाद वो झड़ गयी। उसकी गरम चूत गीली हो गयी। और वो शांत पड़ गयी। मगर मैं रुका नहीं और मैं उसे चोदता रहा। उसने मुझे अब रुकने को कहा मगर मैं रुका नहीं और अपना काम करता रहा। लगभग 10 मिनट के बाद मैं भी झड़ गया और मैने अपना पूरा माल उसकी चूत में गिरा कर शांत हो कर उसकी बाहों में सो गया। वोह मुझे चूमती रही और मेरे ऊपर लेट गयी। कुछ देर बाद मैने उसे कहा, अभी तो और एक मज़ा बाकी है। उसने कहा वो क्या। तो मैने कहा, अभी मैं तुम्हारी गांड मारूंगा जिसमे तुम्हे बहुत मज़ा आयेगा। उसे उसके बारे में कुछ नहीं मालुम था। उसे लगा इसमे भी बहुत मज़ा आयेगा और वो राज़ी हो गयी। फ़िर मैने उसे उसके बेड के एक कोने मे कुत्ते की तरह खड़े होने को कहा और उसके दोनो हाथ बेड के ऊपर रख दिये। उसका पैर ज़मीन पर और उसकी कमर बीच में। फ़िर मैने उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया ताकि वो कुछ गीली हो जाये। फ़िर मैं अपने होठों से उसकी गांड चाटने लगा और उसे पूरी तरह गीली कर दिया। उसे अच्छा लग रहा था। फ़िर मैने अपना लंड अपने हाथों में लेकर उसके गांड के छेद पर लगाया और अपने हाथों से पकड़ कर एक धक्का मारा। मेरे धक्के मारते ही वो चीख पड़ी और कहा मुझे बहुत दर्द हो रहा है। मैने कहा थोड़ा सहन करो। पहली बार है ना। और फ़िर बार बार धक्का लगाता रहा, बार बार वो चीखती रही और बार बार मेरा लंड कुछ अंदर जाता रहा। ऐसा करते करते मेरा लंड 4” अंदर चला गया। उसने मुझसे रोते हुए उसे छोड़ देने को कहा। मगर मैने उसे समझाया कि बस कुछ देर बाद है उसे मज़ा आयेगा। ऐसा कहने पर वो मान गयी और मैने फ़िर एक जोरदार धक्का लगा कर अपना लंड 1.5” और अंदर ठेला। ऐसा करते करते मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया और वो जोर जोर से सिसकियां भरने लगी। फ़िर मैने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरु किया और कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा। फ़िर मैने उसकी चूची को पीछे से पकड़ कर दबाने लगा और उसकी गांड भी मारने लगा। ऐसा करते करते मैं फ़िर से झड़ गया और अपना पूरा रस उसकी गांड में दाल दिया। और फ़िर उसे बेड में लेकर लेट गया और उसकी चूची चूसने लगा।

फ़िर मैं बेड पर लेट गया और उसे मैने अपने लंड पर बैठाया और रुपा ने धीरे धीरे मेरा सारा लंड अपनी गांड में घुसवा लिया। वो मेरे लंड पर नाचने लगी और मज़ा लेने लगी। उसने फ़िर अपनी लम्बी उंगली की बड़े बड़े नैल्स से मेरे गांड के आस पास के एरिया को खरोंचने लगी। ऐसा करने पर मुझे बहुत आराम लग रहा था। फ़िर उसने मेरी गांड के छेद पर अपने मुंह का थूक गिराया और अपनी उंगली मेरे मुंह से गीली कर के मेरी गांड में अपनी उंगली घुसाने लगी। मुझे पहली बार बहुत दर्द हुआ और कुछ देर बाद मज़ा आने लगा और वो करीब 15 मिनट तक ऐसा करती रही।

ऐसा करते करते हम दोनो कब सो गये हमे मालूम ही नहीं चला। फ़िर सुबह हुई और हम दोनो एक दूसरे के जिस्म से लिपटे हुए उठे। और जब भी मौका मिलता मैं उसे दिन में भी चोदने लगता। हम दोनो फ़िर हर रोज़ एक साथ सोने लगे और मैने उसे हर एक पोस मे चोदा और मज़ा दिया। हम ब्लुफ़िल्म भी साथ देखते और उस स्टाइल में एक दूसरे को चोदते। मैने उसकी गांड मार मार कर उसकी कमर को चौड़ा कर दिया था जिससे वो और भी सुंदर लगती थी।

मैने अपनी एक पुरानी ख्वाइस भी पूरी करनी चाही। मैने उसे कहा कि जब मैं सर से पढ़ता था और जब तुम दोपहर को सोने के बाद टोइलेट करने जाती थी तो तुम्हारा प्रेसर सुनकर मुझे तुम्हारे चूत को चाटने का मन करता था। तब उसने कहा कि तुम अपनी इच्छा अभी पूरी कर लो। और फ़िर वो बाथरूम में गयी, उसने मूतना शुरु किया उसी प्रेसर के साथ और मैने उसके मूतते हुए अपना मुंह उसके चूत से सटाया। उसका सारा मूत मेरे मुंह पर गिरने लगा और मैं उसका मज़ा लेने लगा।

Hindi Sex Storys New सर की बीवी

मैं रोहित। मैं आप सब के सामने पहली बार एक स्टोरी पेश करने जा रहा हूं। उम्मीद है यह स्टोरी मेरे सभी पढ़ने वालों को बेहद पसंद आयेगी। और खास कर लड़कियों और आंटियों को। तो सबसे पहले मैं अपना परिचय दे दूं। I am Rohit from KOLKATA, Bengal. मुझे class X से ही सेक्स करने की इच्छा बहुत ज़ोर की थी। मैं हमेशा एक शादी शुदा औरत के साथ ही पहली बार सेक्स करना चाहता था क्योंकि वो बहुत एक्सपेरिएंस और सहयोगी होतीं हैं।

बात उस समय की है जब मैं Std. XII में पढ़ा करता था। मैं अंगरेजी के ट्युशन के लिये एक सर के घर जाता था। हम लोग 5 दोस्त एक साथ जाते थे। टीचर हम सब को दोपहर 3 बजे बुलाते थे और 5 बजे छोड़ते थे। हम लोग रोज ट्युशन जाते थे। सर भी शादी शुदा थे और सर की बीवी एक दम मस्त थी और बहुत ही खूबसुरत थी। जिस दिन से मैने उसे देखा था, मैं बस उसी के बारे में सोचता था। उसका नाम रूपा था। वो एक बंगाली टीचर था। मैं आपको बता दूं कि रूपा every afternoon अपने बेडरूम में सोती थी और सर हमें होल मे पढ़ाते थे। उसके उठने का समय 4.30 pm था। वो हर रोज 4.30 के लगभग सो कर उठती थी और गाउन पहन कर बाथरूम के लिये जाती थी जो एक कोमन बाथरूम था, होल में। हम जहां पढ़ते थे वो प्लेस बाथरूम के जस्ट पास ही था। और वो टोइलेट करती थी तो उसका मूत इतना प्रेसर के साथ निकलता था कि उसकी आवाज़ हमारे कानों तक जाती थी। बस यही तमन्ना मन में होती थी कि एक बार उसके साथ सेक्स करने को मिल जाये तो ज़िंदगी हसीन हो जाये।

ऐसे ही दिन गुज़रते गये, और कुछ दिन बाद हमारे सर जो वहां के एक स्कूल में टीचर थे, उनका ट्रांसफ़र हो गया। तभी सर ने हमें कहा कि उनका ट्रांसफ़र हो गया है इस लिये हम किसी और टीचर का बंदोबस्त कर लें। फ़िर सर ने एक ओप्शन और रखा कि उनकी बीवी भी वोही सब्जेक्ट पढ़ाती है, अगर हम चाहे तो उनसे ट्युशन ले सकते हैं। क्योंकि सर का transfer tremporary basis पर हुआ था और उन्हें अभी फ़ैमिली ले जाने का ओर्डर और फ़्लैट नहीं मिला था। इस लिये सर अकेले जा रहे थे।

मेरे सभी दोस्तों ने मना कर दिया और दूसरे टीचर को ज्वोइन कर लिये। मगर मैं रूपा मैडम से ट्युशन लेने को राजी हो गया। सर ने भी मुझे थेंक्स कहा। जब सर जाने लगे तो उन्होने मुझे कुछ बाते बताईं कि मैं अपनी टीचर का ध्यान रखुं, अगर उन्हे कोई चीज़ चाहिये तो उन्हे ला दूं,। और मैने सर को भरोसा दिलाया कि मैं ऐसा ही करुंगा। फ़िर सर चले गये। मैडम घर में एक दम अकेली। उनको कोई बच्चा भी नहीं था। फ़िर मैं मैडम से ट्युशन लेना शुरु कर दिया और कुछ ही दिन में मैं मैडम का दोस्त भी बन गया और मैडम मेरी दोस्त बन गयी। मैं मैडम का बहुत ख्याल रखता था और मैडम मुझे एक स्टुडेंट की तरह बहुत प्यार भी करती थी। धीरे धीरे 1 महीना बीत गया। फ़िर एक दिन मैने मैडम से कहा मैडम आपको सर की याद नहीं आती, मैडम ने कहा याद तो बहुत आती है मगर कोई और रास्ता भी तो नहीं है। फ़िर मैने मैडम को हिम्मत करके कहा मैडम एक बात पूछूं तो मैडम ने कहा तुम मुझसे कुछ बोलो उससे पहले मैं तुम्हे एक बात बोलना चाहती हूं। तो मैडम ने कहा कि “जब हम दोनो एक दूसरे का इतना ख्याल रखते हैं और दोस्त भी हैं तो फ़िर आजसे तुम मुझे मैडम नहीं बल्कि रूपा बोलोगे। और वैसे भी तुम पूरे दिन मेरे घर में ही तो रहते हो इसलिये मुझे मैडम सुनना अच्छा नहीं लगता।” मैं राज़ी हो गया। फ़िर रुपा ने कहा कि तुम कुछ पूछ रहे थे तो मैने बहुत हिम्मत कर के कहा कि रुपा …। फ़िर मैं चुप हो गया और आधी बात में ही रुक गया। तो रुपा बोली क्या बात है और मैने कुछ नहीं कहा। फ़िर उसने मुझे अपनी कसम दी और बोली कहो ना नहीं तो मुझसे बात मत करना और मुझसे ट्युशन भी मत पढ़ने आना। मैने फ़िर कहा कि तुम बुरा तो नहीं मानोगी तो उसने कहा नहीं फ़िर मैं बोला कि तुम्हे क्या सेक्स करने का मन नहीं करता। ऐसा केहने पर रुपा चुप हो गयी और मेरी तरफ़ आश्चर्य से देखी। मैं डर गया था और मैने उसे सोरी कहा तो उसने कहा कि तुम्हे सोरी नहीं बल्कि मुझे तुम्हे थैंक्स कहना चाहिये। तुम्हे मेरा कितना ख्याल है और मेरे पति को मेरा ज़रा सा भी ख्याल नहीं। और उसने मुझे मेरे गाल पर एक किस दिया। फ़िर हमने साथ में डिनर किया और मैं अपने घर चला गया। फ़िर कुछ दिन बाद, मैं एक दिन रुपा के घर गया मगर वो घर में दिखाई नहीं दे रही थी। मैं हर एक रूम देख रहा था मगर वो कहीं नहीं थी फ़िर मैने एक बाथरूम का गेट खोला और मैने वो देखा जो मैने कभी सोचा भी नहीं था। बाथरूम का गेट लोक नहीं था और जैसे ही मैने गेट खोला तो देखा कि रुपा अपने बाथरूम के कमोड पेन में बैठी थी। उसका गाउन, ब्रा और पेंटी पास ही में रखी थी। वो एक दम न्युड थी और उसने अपने लेफ़्ट हैंड की तीन उंगलियां अपनी चूत में घुसा रखी थी और राइट हैंड से अपनी चूची को दबा रही थी। उसकी आंखें बंद थी और वो मज़ा ले रही थी। मैं करीब 5 मिनट तक बिना कुछ कहे उसे देखता रहा। मेरा लंड पूरा खड़ा और हार्ड हो गया था और मेरा मन कर रहा था कि अभी उसे चोद दूं। मगर मैने अपने आप को सम्भाल कर रखा। कुछ देर बाद मैने कहा “रुपा - यह क्या!” रुपा बिल्कुल डर गई और अपनी उंगली बाहर निकाल कर अपने गाउन से अपने जिस्म को ढकने लगी और मेरी तरफ़ देखती हुई अपने रूम में चली गयी। मैं होल में एक सोफ़े पर बैठ गया। कुछ देर बाद वो कपड़े पहन कर बाहर आयी और मेरे पास बैठ गयी और कहने लगी “तुम्हे क्या पता एक शादी शुदा औरत इतने दिन अपने पति के बगैर कैसे रह सकती है। सेक्स तो हर एक को चाहिये” और ऐसा कह कर मुझ से लिपट कर रोने लगी। फ़िर मैने उसे सम्भाला। फ़िर उसने मुझे यह बात किसी से नहीं कहने को कहा, उसके पति से भी नहीं। मैं राज़ी हो गया। फ़िर मैने कहा कि अगर तुम्हे सेक्स कि इतनी ही चाहत है तो मैं तुम्हारी यह चाहत पूरी कर सकता हूं। ऐसा कहने पर वो और ज़ोर से मुझसे लिपट गयी और मुझे फ़िर से एक चुम्मी दी और कहा “सच? क्या तुम मुझे प्यार करोगे। और मेरे पति को भी नहीं बताओगे। तुम कितने अच्छे हो”। ऐसा कह कर वो मुझे चूमने लगी और मैं भी उसे कस कर अपनी बाहों में दबाने लगा। और कुछ देर तक हम वैसे ही रहे। फ़िर मैं जाने की लिये उठने लगा तो उसने कहा कहां जा रहे और। मुझे कब प्यार करोगे। मैने कहा मैं शाम को 8 बजे आउंगा। और फ़िर चला गया।

मैं शाम को उसके घर पहुंचा और अंदर गया तो देखा कि उसने एक बहुत ही सुंदर ट्रांसपेरेंट साड़ी पहन रखी है। उसकी बड़ी बड़ी चूची उसके ब्लाउज से बाहर आने को तड़प रही थी। उसका पेट पूरा दिखाई दे रहा था। क्योंकि वो शादी शुदा थी, उसका जिस्म पूरा हरा भरा था। और मुझे ऐसी ही औरत अच्छी लगती थी। उसकी कमर बड़ी बड़ी थी और गोल भी थी। वो पूरी गोरी नहीं थी पर उसका रंग बहुत ही मस्त था। वो बहुत ही सुंदर और गरम औरत थी। उसका होंठ बड़े बड़े और आंख मोटी मोटी थी। उसकी उंगली लम्बी लम्बी थी। वो सर से पैर तक चोदने लायक थी। उसे देख कर ऐसा लगता था जैसे वो चुदवाने के लिये बिल्कुल तैयार है। वो मुझे अपने कमरे में ले गयी और अपना बेडरूम लोक कर लिया। उसके बाल खुले थे। मैने उसे कहा, कि आज मैं उसे हर तरह से खुश और उसकी सेक्स की गरमी को थंडा कर दूंगा। वो मुस्कुरा कर बोली चलो देखते हैं। उसके ऐसा कहने पर मेरा लंड और गरम हो गया। और मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके होठों को चूमने लगा। फ़िर मैने उसे बेड पर बिठाया और उसके पेट पर अपना हाथ फ़ेरने लगा। वो भी फ़िर जोश में आने लगी और मेरे सिर के बाल को सहलाने लगी। मैने उसकी चूंचियों को अपने एक हाथ से जोर से पकड़ लिया और दबाने लगा। वो पहले तो थोड़ा दर्द से कंराहने लगी फ़िर शांत हो गयी और मैं उन्हे दबाता रहा और ऐसा करते करते उसके साड़ी के पल्लू को ऊपर से गिरा दिया। और धीरे धीरे उसकी साड़ी खोल दी। वो अपने लहंगे में और ब्लाउज में थी। फ़िर उसने मेरे शर्ट और पैंट को उतार दिया। मैं सिर्फ़ अंडरपैंट में था। उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे ऊपर सो गयी और मेरी छाती को चूमने और चाटने लगी। उसके ऐसा करने पर मुझे लगा कि ये पूरी अनुभवी है। और मुझे फ़िर उसके चूत की गर्मी का भी अंदाजा हो गया। वो मुझे कुछ देर तक चूमती रही और कहा कि तुम मेरी चूची का मज़ा नहीं लेना चाहते और ऐसा कहते कहते उसने अपना ब्लाउज उतार दिया। उसकी दोनो बड़ी बड़ी चूची को देख कर मैं हैरान रह गया। उसके निप्पल ब्राउन रंग की थे और उसकी चूची का रंग बिल्कुल गोरा था। मैने उसे एकबार में बेड पर लिटा दिया और उसके उपर चढ़ कर उसकी एक चूची को चूसने लगा और दूसरी को दबाने लगा। वो ज़ोर से आहैं भरने लगी और मुझे और ज़ोर से दबाने को कहा। मैने ऐसा ही किया। उसने मेरे सिर को पीची से पकड़ कर जोर से अपनी चूची पर रगड़ने लगी। ऐसा लगता था जैसे वो अपनी पूरी चूची मेरे मुंह में भर देना चाहती हो। कुछ देर बाद मैने उसके लहंगे का नाड़ा खोल दिया और उसे उतार कर फ़ेंक दिया। वो एक सुंदर फूलों वाली गुलाबी रंग की पेंटी पहनी हुई थी। उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि अभी अपना गरम लंड उसकी चूत में घुसा दूं। उसकी गोरी जांघे मोटी मोटी और अच्छी शेप में थी। मैने उससे पूछा कि तुम अपने पति के साथ सेक्स कैसे करती हो, तो उसने कहा कि वो मुझे ज्यादा मज़ा नहीं देते। मेरी चूची को कुछ देर चूसते हैं और अपना लंड मेरी चूत में डाल देते हैं और कुछ ही देर में झड़ जाते हैं। मुझे तो झड़ने का मौका ही नहीं मिलता। तुमने मुझे जिस दिन बाथरूम में उंगली करते देखा था वो तो मैं उनके होते हुए भी करती हूं। मैने कहा और कुछ नहीं करती हो। उसने कहा और होता ही क्या है। तो मैने उसे कहा कि तुम्हे तो अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है। उसने कहा सच, अगर ऐसा है तो जल्दी करो न। और ऐसा कहने पर मैने उसकी पेंटी को धीरे धीरे उतार दिया। मैने उसे बिल्कुल नंगी कर दिया था। मैने पहलि बार किसी औरत की चूत को ऐसे देखा था। उसकी चूत बिल्कुल कड़ी थी। उसपर हल्के हल्के ब्राउन रंग के बाल चारों तरफ़ थे। मैने फ़िर अपना अंडरपैंट उतारा तो मेरा भी मोटा और 7” लम्बा लंड देख कर वो बोली कि ऐसे लंड से चुदवाने का मज़ा मुझे पहली बार आयेगा। मैने कहा इसे टेस्ट करना चाहोगी। उसने कहा मुझे घिन आयेगी। तो मैने कहा कर के तो देखो। फ़िर मैने उसे बिना कुछ कहे उसके दोनो पैर को चौड़ा किया और उसके पैरों के बीच बैठ कर उसकी चूत में एक चुम्मी दे दी। ऐसा करने पर उसने कहा, तुम ऐसा मत करो। तुम्हे घिन आयेगी। मैने कहा, इसी में तो सारा मज़ा है। और फ़िर मैने उसे अपनी जीभ से चाटना शुरु किया और उंगली से उसको फ़ैलाने लगा। ऐसा करने पर उसे बहुत दर्द हो रहा था। उसने मुझे ऐसा नहीं करने को कहा मगर मैं कहां सुनने वाला था। वो जोर जोर से सिसकियां भर रही थी। और मैं पूरे जोर से उसके चूत को चूस रहा था। उसके चूत में एक बहुत ही सुंदर खुशबू आ रही थी। उसकी चूत बहुत गरम थी। मैं करीब 15 मिनट तक उसकी चूत को चूसता रहा। कुछ देर बाद उसे अच्छा लगने लगा। मैने उससे पूछा अब कैसा लग रहा है तो उसने कहा अब कुछ अच्छा लग रहा है। मैने फ़िर अपनी दो उंगली उसके गरम चूत में घुसा दी मगर उसकी चूत इतनी कड़ी थी कि वो अंदर नहीं जा रही थी। मैं आप सब को एक बात बता दूं। मैं बहुत सारी ब्लु फ़िल्म देखता हूं और मुझे मालूम है कि किस लड़की को किस तरह चोदना चाहिये। तो चूंकि उसकी चूत में मेरी उंगली नहीं जा रही थी तो मैने उसकी चूत पर अपना थोड़ा सा मूत गिरा दिया। उसने पूछा ये क्यों तो मैने कहा ये इसलिये ताकि तुम्हे दर्द नहीं हो। और ऐसा करने पर उसकी सूखी चूत गीली हो गयी और मेरी उंगली आसानी से अंदर चली गयी और मैं उसे जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा। ऐसा करते करते उसका जिस्म काँपने लगा और उसने कहा कि तुम अपना मुंह और उंगली वहां से हटा लो, मैं अब झड़ने वाली हूं। मैने कहा मैं उसे पीना चाहता हूं इतना कहते कहते वो झड़ गयी और मैं उसके पूरे रस को पी गया और एक बूंद भी नहीं गिराया। उसने कहा तुमने मुझे बहुत संतुष्ट किया है और मैं भी अब तुम्हारा लंड चूसना चाहती हूं। उसने भी मेरा लंड अपने मुंह में लिया और उसकी चमड़ी को पीछे करके उसके अंदर वाले सेंसिटिव पार्ट को अपने जीभ से रगड़ने लगी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। वो मेरा पूरा 7” लम्बा लंड अपने मुंह में लेना चाहती थी। उसके चूसते कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था इस लिये मैने अपना लंड उसके मुंह से निकालना चाहा मगर वो भी वही करना चाहती थी जो मैने किया मगर मेरे थोड़ा तनने से मेरा लंड उसके मुंह से बाहर निकल गया और मैं वहीं झड़ गया और मेरा सारा रस उसके पूरे मुंह में पिचकारी की तरह छिटक गया, कुछ उसके होठों पर, कुछ उसके गाल पर और चारों तरफ़। वो उस पूरे रस को अपने होठों और उंगली से चाटने लगी और उसका पूरा मज़ा लेने लगी।। फ़िर उसने मुझे थेंक्स कहा और मेरे लंड को अपने होठों से चाट कर साफ़ कर दिया। और अब मुझे अपना लंड चूत में घुसाने को कहा। मैने ऐसा ही किया। मैने धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत में घुसाने लगा मगर उसके घुसने से पहले ही वो चीख पड़ी। फ़िर मैने थोड़ा और जोर लगाया और 4” उसके चूत में डाला। उसका दर्द और बढ़ गया। वो और जोर से छटपटाने लगी और मुझे बस करने को कहा। उसने कहा “मेरे पति का लंड तो सिर्फ़ 5” का ही है और अब मैं तुम्हारा 9” लम्बा लंड कैसे घुसाउंगी।” मैने कहा तुम उसकी चिंता मत करो और एक और झटका लगाया और मेरा 7” लंड उसकी चूत में समा गया। उसकी आंखों से आंसू निकल पड़े मगर मैं रुका नहीं और धीरे धीरे पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया। उसकी चूत बहुत गरम थी। मैं अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा। कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी। वो अपनी कमर को मेरे साथ साथ आगे पीछे करने लगी। चूंकि हम दोनो अभी अभी झड़े थे इसलिये दोबारा इतनी जल्दी झड़ना मुम्किन नहीं था। इस लिये मज़ा और ज्यादा आने लगा। ऐसा करते करते कुछ देर बाद वो झड़ गयी। उसकी गरम चूत गीली हो गयी। और वो शांत पड़ गयी। मगर मैं रुका नहीं और मैं उसे चोदता रहा। उसने मुझे अब रुकने को कहा मगर मैं रुका नहीं और अपना काम करता रहा। लगभग 10 मिनट के बाद मैं भी झड़ गया और मैने अपना पूरा माल उसकी चूत में गिरा कर शांत हो कर उसकी बाहों में सो गया। वोह मुझे चूमती रही और मेरे ऊपर लेट गयी। कुछ देर बाद मैने उसे कहा, अभी तो और एक मज़ा बाकी है। उसने कहा वो क्या। तो मैने कहा, अभी मैं तुम्हारी गांड मारूंगा जिसमे तुम्हे बहुत मज़ा आयेगा। उसे उसके बारे में कुछ नहीं मालुम था। उसे लगा इसमे भी बहुत मज़ा आयेगा और वो राज़ी हो गयी। फ़िर मैने उसे उसके बेड के एक कोने मे कुत्ते की तरह खड़े होने को कहा और उसके दोनो हाथ बेड के ऊपर रख दिये। उसका पैर ज़मीन पर और उसकी कमर बीच में। फ़िर मैने उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया ताकि वो कुछ गीली हो जाये। फ़िर मैं अपने होठों से उसकी गांड चाटने लगा और उसे पूरी तरह गीली कर दिया। उसे अच्छा लग रहा था। फ़िर मैने अपना लंड अपने हाथों में लेकर उसके गांड के छेद पर लगाया और अपने हाथों से पकड़ कर एक धक्का मारा। मेरे धक्के मारते ही वो चीख पड़ी और कहा मुझे बहुत दर्द हो रहा है। मैने कहा थोड़ा सहन करो। पहली बार है ना। और फ़िर बार बार धक्का लगाता रहा, बार बार वो चीखती रही और बार बार मेरा लंड कुछ अंदर जाता रहा। ऐसा करते करते मेरा लंड 4” अंदर चला गया। उसने मुझसे रोते हुए उसे छोड़ देने को कहा। मगर मैने उसे समझाया कि बस कुछ देर बाद है उसे मज़ा आयेगा। ऐसा कहने पर वो मान गयी और मैने फ़िर एक जोरदार धक्का लगा कर अपना लंड 1.5” और अंदर ठेला। ऐसा करते करते मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया और वो जोर जोर से सिसकियां भरने लगी। फ़िर मैने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरु किया और कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा। फ़िर मैने उसकी चूची को पीछे से पकड़ कर दबाने लगा और उसकी गांड भी मारने लगा। ऐसा करते करते मैं फ़िर से झड़ गया और अपना पूरा रस उसकी गांड में दाल दिया। और फ़िर उसे बेड में लेकर लेट गया और उसकी चूची चूसने लगा।

फ़िर मैं बेड पर लेट गया और उसे मैने अपने लंड पर बैठाया और रुपा ने धीरे धीरे मेरा सारा लंड अपनी गांड में घुसवा लिया। वो मेरे लंड पर नाचने लगी और मज़ा लेने लगी। उसने फ़िर अपनी लम्बी उंगली की बड़े बड़े नैल्स से मेरे गांड के आस पास के एरिया को खरोंचने लगी। ऐसा करने पर मुझे बहुत आराम लग रहा था। फ़िर उसने मेरी गांड के छेद पर अपने मुंह का थूक गिराया और अपनी उंगली मेरे मुंह से गीली कर के मेरी गांड में अपनी उंगली घुसाने लगी। मुझे पहली बार बहुत दर्द हुआ और कुछ देर बाद मज़ा आने लगा और वो करीब 15 मिनट तक ऐसा करती रही।

ऐसा करते करते हम दोनो कब सो गये हमे मालूम ही नहीं चला। फ़िर सुबह हुई और हम दोनो एक दूसरे के जिस्म से लिपटे हुए उठे। और जब भी मौका मिलता मैं उसे दिन में भी चोदने लगता। हम दोनो फ़िर हर रोज़ एक साथ सोने लगे और मैने उसे हर एक पोस मे चोदा और मज़ा दिया। हम ब्लुफ़िल्म भी साथ देखते और उस स्टाइल में एक दूसरे को चोदते। मैने उसकी गांड मार मार कर उसकी कमर को चौड़ा कर दिया था जिससे वो और भी सुंदर लगती थी।

मैने अपनी एक पुरानी ख्वाइस भी पूरी करनी चाही। मैने उसे कहा कि जब मैं सर से पढ़ता था और जब तुम दोपहर को सोने के बाद टोइलेट करने जाती थी तो तुम्हारा प्रेसर सुनकर मुझे तुम्हारे चूत को चाटने का मन करता था। तब उसने कहा कि तुम अपनी इच्छा अभी पूरी कर लो। और फ़िर वो बाथरूम में गयी, उसने मूतना शुरु किया उसी प्रेसर के साथ और मैने उसके मूतते हुए अपना मुंह उसके चूत से सटाया। उसका सारा मूत मेरे मुंह पर गिरने लगा और मैं उसका मज़ा लेने लगा।