शुक्रवार को महाशिवरात्रि होने से शाही स्नान का महत्व बढ़ गया है ।
हर की पैरी पर सुबह तीन बजे से ही आम लोगों का जुटना शुरु हो गया क्योंकि आठ बजे के बाद आम लोगों को ब्रह्म कुंड में डुबकी लगाने की इजाज़त नहीं मिली।
आठ बजे से ब्रह्म कुंड में सिर्फ़ नगा साधु शाही स्नान कर रहे हैं । पूरे कुंभ में आकर्षण का केंद्र बने नगा साधुओं के अखारे गाजे-बाजे और जुलूस के साथ गंगा घाट पर पहुँच रहे हैं । कुंभ देखने भारी संख्या में विदेशी यात्री भी आए हैं । श्रद्धालुओं की भारी तादाद को देखते हुए इस बार 15 किलोमीटर लंबा घाट बनाया गया है ।अनुमान है कि शुक्रवार को 15 से 20 लाख लोग स्नान करेंगे । भीड़ नियंत्रण के पूरे इंतज़ाम है। जगह-जगह चक्रव्यूह बनाए गए हैं ताकि भगदड़ न मचे । लोगों को बैग या भारी भरकम सामान लेकर गंगा घाट पर पुहँचने की इजाज़त नहीं दी गई है । सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दस हज़ार पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है ।