हिन्दू और यहूदी इस्लाम के दुश्मन :- लश्कर

कश्मीर मसला सुलझ जाने पर भी लश्कर भारत और पश्चिमी देशों के खिलाफ आतंकी गतिविधियां नहीं रोकेगा। अमेरिकी विशेषज्ञों की एक अहम बैठक में ये चिंता जाहिर की गई है। विशेषज्ञों ने ये चिंता जताई है कि यदि कश्मीर मसला जैसे तैसे सुलझा भी लिया गया तो भी 26 11 मुंबई हमलों और भारतीय संसद पर हमलों का आरोपी लश्कर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आएगा।

विशेषज्ञों के अनुसार लश्कर का मकसद केवल कश्मीर मुद्दा नहीं बल्कि कुछ और ही है। वह पूरे पाकिस्तान पर कब्जा जमाना चाहता है। पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने लश्कर को कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए तैयार किया था। लेकिन मूल रूप से कश्मीर के लिए तैयार किए गए इस आतंकी संगठन का लक्ष्य अब कुछ और ही है।

लश्कर जैसे तकरीबन 21 संगठन विश्वभर में आतंक फैलाकर और पश्चिमी सभ्यताओं के खिलाफ काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार घाटी में आतंक फैला रहे लोग कश्मीरी नहीं है, जिन कश्मीरियों को असलियत में अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए वे तो चुप हैं, बल्कि कुछ अन्य संगठन यहां हिंसा फैला रहे हैं जो कि एक अजीब बात है।

अमेरिकी विशेषज्ञों ने बताया कि, दिसंबर 2006 में मुशर्रफ ने बयान दिया था कि यदि कश्मीर मसला सुलझ जाए तो आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता है। मुशर्रफ ने दोनों देशों के कश्मीर भाग में एक संयुक्त संपर्क प्रणाली बनाने का भी सुझाव दिया था। मुशर्रफ ने ये भी कहा था कि कश्मीर को बांटती लाइन ऑफ कंट्रोल को खत्म कर बिना रूकावट सीमा पार आवाजाही शुरू की जानी चाहिए। बैठक में उपस्थित विषेशज्ञों के अनुसार यह आतंकवाद का हल नहीं हो सकता।

अमेरिकी विशेषज्ञों के अनुसार लश्कर ए तैयबा अब केवल कश्मीर नहीं बल्कि पूरे भारत पर कब्जा चाहता है। लश्कर पश्चिमी देशों को भी अपने अनुसार चलाना चाहता है। लश्कर ने हिंदुओं और यहूदियों के खिलाफ अपना अभियान शुरू भी कर दिया है। लश्कर का मानना है कि हिंदू और यहुदी इस्लाम के दुश्मन है।