मुंबई पर हुआ आतंकी हमला पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रायोजित !!

मुंबई पर हुआ 26/11 का आतंकी हमला पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रायोजित था। इसकी साजिश रचने में वहां की सेना भी शामिल थी। अभियोजन पक्ष ने मंगलवार को मामले में अंतिम बहस शुरू करते हुए यह आरोप लगाया।

विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा कि हमले की साजिश पाकिस्तान की जमीन पर रची गई थी। ऐसे में यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि हमला सरकार प्रायोजित था। हमले में शामिल रहे अजमल कसाब और नौ अन्य आतंकियों को पाकिस्तानी सेना के कुछ अधिकारियों की देखरेख में लश्करे तैयबा ने प्रशिक्षण दिया था।

निकम के मुताबिक, कसाब ने कबूला है कि प्रशिक्षण के दौरान एक मेजर जनरल मौजूद था। आतंकियों को उसका नाम और पहचान नहीं बताई गई थी, क्योंकि वह सेना में एक उच्च अधिकारी है।
हमले के सिलसिले में गिरफ्तार भारतीय नागरिक फहीम अंसारी और सबाउद्दीन अहमद के बारे में निकम ने कहा कि इन दोनों ने आतंकी निशानों के नक्शे लश्करे तैयबा तक पहुंचाए थे। उन्हें साजिश की पूरी जानकारी थी।

कसाब, अंसारी और सबाउद्दीन पर मुंबई हमले में शामिल होने के आरोप में सुनवाई चल रही है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। यहां आर्थर रोड जेल में बनी विशेष अदालत में चल रही सुनवाई में मंगलवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री आरआर पाटील और गृह राज्यमंत्री रमेश बागवे भी मौजूद थे।
मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आत्मघाती आतंकवादी हमले की अंतिम बहस मंगलवार से आर्थर रोड जेल में बनी विशेष अदालत में शुरू हो गई। इस बहस के दौरान महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आर. पाटिल और गृह राज्यमंत्री रमेश बागवे अदालत में उपस्थित थे।

राज्य के गृह मंत्री और राज्यमंत्री के विशेष अदालत में आने की वजह से मंगलवार को सुरक्षा-व्यवस्था रोजमर्रा के मुकाबले बेहद कड़ी कर दी गई थी। गौरतलब है कि 26/11 के आतंकवादी हमले के आरोप में जिंदा पकड़े गये एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब और दो भारतीय नागरिक फहीम अंसारी व सबाउद्दीन अहमद पर मुकदमा चल रहा है।

कसाब पर जहां अपने अन्य 9 आतंकवादी साथियों के साथ मिलकर 166 लोगों की हत्या करने का आरोप है, वहीं फहीम और सबाउद्दीन पर घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को निशाना बनाये गये स्थानों का मैफ व महत्वपूर्ण जानकारी मुहैया कराने का आरोप है।