
14 जनवरी को कोर्ट के सामने खुद को बेगुनाह कहने वाले 49 वर्षीय लश्कर ए तैयबा के आतंकी हेडली ने अब वकील के माध्यम से गुनाह कबूलने की अर्जी दाखिल की है। जिसे लेकर गुरूवार को कोर्ट में बयान बदलने को लेकर हेडली की पेशी होगी।
भारत में एंट्री के लिए दाउद गिलानी ने अपना नाम बदलकर डेविड हेडली रख लिया था। हेडली पर 12 आरोप लगाए गए हैं, जिनमें से 6 मर्डर के हैं। ये साफ नहीं हो पाया है कि हेडली अपने सभी 12 आरोपों के गुनाह कबूल करेगा या नहीं। इनमें से कुछ आरोपों के लिए हेडली को मौत की सजा भी सुनाई जा सकती है।
हेडली के गुनाह कबूल करने को लेकर पूरे घटनाक्रम पर नई दिल्ली की भी नजर रहेगी। हेडली का यूं बयान बदल देना भारत में उसके डबल एजेंट होने के शक को और पुख्ता करता है। हेडली शुरूआत में ड्रग्स का दलाल था जिसे जेहादियों ने बाद में लश्कर से जोड़ लिया। यदि उसे कम सजा मिलती है तो उसके डबल एजेंट होने का शक सच साबित हो जाएगा ।
वर्तमान में अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के पास तहव्वुर राणा को लेकर ज्यादा सबूत नहीं हैं। हेडली के साथ तहव्वुर राणा ने फिलहाल खुद के गुनाह कबूल करने से इंकार किया है। हेडली का साथी राणा पाकिस्तान आतंकी संगठन लश्कर का प्रमुख अंग है। फिलहाल भारत की निगाहें शिकागो कोर्ट में हेडली को दी जाने वाली सजा पर टिकी हैं।